खंड शिक्षाधिकारी की डांट से क्षुब्ध होकर खाया जहर: शिक्षक सूर्य प्रकाश द्विवेदी की मौत; शिक्षक संगठन भड़

 

लखनऊ के सुल्तानपुर में खंड शिक्षाधिकारी की डांट से क्षुब्ध होकर जहर खाने वाले शिक्षक सूर्य प्रकाश द्विवेदी की रात तीन बजे मौत हो गई। इस खबर ने शिक्षकों का गुस्सा भड़का दिया है। सोशल मीडिया पर यह गुस्सा जाहिर हो रहा है। मृत शिक्षक के घर शिक्षकों से लेकर शिक्षामित्रों और जनप्रतिनिधियों का भी जमावड़ा लग रहा है। इससे अधिकारी बैकफुट पर हैं।

कुड़वार ब्लॉक के रवनीया पूरे चित्ता प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सूर्य प्रकाश द्विवेदी बल्दीराय थाने के केवटली गांव के रहने वाले हैं। जिन्हें पूरे जिले में अच्छे मंच संचालन के लिए भी जाना जाता है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक समेत अनेक नेताओं के साथ वे मंच साझा किया करते थे। बताया जाता है कि शनिवार को खंड शिक्षा अधिकारी मनोजीत राव ने उनके विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था। उस दौरान प्रभारी प्रधानाध्यापक सूर्य प्रकाश द्विवेदी प्रार्थना पत्र देकर अपने बीमार बेटे का उपचार करने चले गए थे।

 

 

सूर्य प्रकाश द्विवेदी के परिजनों के अनुसार बीईओ ने उन्हें अनुपस्थित दिखाते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था। नोटिस मिलने के बाद सूर्य प्रकाश द्विवेदी ने धनपतगंज ब्लॉक के प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू से बीईओ को फोन से सिफारिश कराई। बताया जा रहा है कि इस बात से बीईओ बेहद नाराज थे। सोमवार को उन्होंने सूर्य प्रकाश द्विवेदी को धमकाते हुए बर्खास्त करने की चेतावनी दे दी। इसी बात से आहत होकर के उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया।
शिक्षक के बेटे दुर्गेश ने बताया कि उनके पिता को बीईओ मनोजीत राव ने किसी बात को लेकर डांटा था। मेरे पिता ने मोनू सिंह से सिफारिश के लिए कहा तो मोनू सिंह ने बीईओ से कहा था। इसके बाद बीईओ ने पुनः कहा कि सिफारिश करवाये थे और धमकी भी दी। इसी से क्षुब्ध होकर उनके पिता ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है।

 

 

 

 

जिन खंड शिक्षाधिकारी मनोजीत राव पर शिक्षक को धमकाने का आरोप लगा है। वे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी के बेहद विश्वस्त बताए जाते हैं। यह भी कहा जाता है कि उनकी शह पर वे शिक्षकों से इस तरह का अभद्र व्यवहार किया करते थे। किंतु महानिदेशक शिक्षा की सख्ती के कारण शिक्षक संगठन भी खामोशी अख्तियार किए गए हुए थे। किंतु अब सारा गुस्सा भी फूट सकता है।
शिक्षक की मौत के बाद कई बीएसए कार्यालय में भ्रष्टाचार की कई कहानियां भी चर्चा में आ गई हैं। कहा जा रहा है कि बीएसए कार्यालय में बीएसए के इर्द गिर्द रहने वाले चंद लोगों के जरिए बड़े पैमाने पर निलंबन के बहाने शिक्षकों का आर्थिक शोषण भी किया जा रहा था। फिलहाल इस मामले में अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है और वे फोन भी नहीं उठा रहे हैं।

 

 

 

दोपहर दो बजे आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी कुड़वार के कार्यालय के घेराव की तैयारी चल रही है। जिसमें बीईओ पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की जाएगी। परिजन और ग्रामीण भी इस घटना से बेहद आंदोलित हैं। क्योंकि शिक्षक सूर्यप्रकाश द्विवेदी अपने क्षेत्र में मृदु व्यवहार के कारण बेहद लोकप्रिय थे। उन्होंने अस्पताल में भर्ती कराए जाने के दौरान एक डायरी पर नोट भी लिखा है जिसमें खंड शिक्षाधिकारी पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप भी लगाया है।

काशी प्रांत के पूर्व भाजपा महामंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता रामचंद्र मिश्र ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद से बात की और उन्हें सारे प्रकरण से वाकिफ कराया।

 

 

 

 

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