फतेहपुर। न्यूज वाणी अराजकतत्वों से प्राचीन शिव मंदिर ट्रस्ट मठ को अवैध कब्जे से मुक्त कराने तथा ट्रस्ट की अब तक अनरगल तरीके से बेची गयी भूमि को वापस ट्रस्ट मे शामिल करने की मांग को लेकर आज मठ के सर्वराकार के साथ शाह के ग्रामीण जिलाधिकारी से मिले। उन्होनें मठ मे बढ़ती अराजकता आदि को लेकर एक शिकायती पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगायी।
शुक्रवार को श्री शिव जी विराजमान मठ (ट्रस्ट) आश्रम शाह कस्बे के लोगों ने अध्यक्ष अमर चैतन्य महाराज की अगुवाई मे स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह से मिलकर अराजकतत्वों द्वारा ट्रस्ट आश्रम पर अवैध तरीके से किये जा रहे कब्जे को मुक्त कराये जाने के साथ पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्यवाही किये जाने की मांग किया। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोग फर्जी दस्तावेजों के जरिये बेशकीमती आश्रम की सम्पत्ति व भूमि को कब्जा करके बिक्री करने मे लगे हैं जबकि आश्रम नियमावली सहायक निबन्धन रजिस्ट्री कार्यालय मे पंजीकृत है। जिलाधिकारी से पूरे मामले की जांच कराकर अराजकतत्वों से आश्रम को मुक्त कराये जाने की मांग करते हुए अपने साक्ष्यों से अवगत कराया। जिलाधिकारी से मिलने आये अध्यक्ष समेत ग्रामीणों ने बताया कि ट्रस्ट मे शाह के अलावा बादलपुर, रारा मंगतपुर, आदमपुर मे खेती योग्य भूमि है जिसकी पूर्व मे फर्जी तरीके से बिक्री की गयी है उसके दोषियों को दंडित कराने के साथ ही जमीन को मठ की सम्पत्ति मे शामिल कराया जाना जरूरी है। उन्होनें यह भी बताया कि इस ट्रस्ट की साखा जनपद रायबरेली के लालगंज और सरेनी कस्बों के अलावा पंजाब प्रांत मे भी हैं जहां मठ की सम्पत्ति को षडयंत्र विशेष के तहत नुकसान पहुंचाया गया है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मूलरूप से बांदा जनपद के रहने वाले रमेश तिवारी ने पूर्व ट्रस्टी ईश्वरानंद आदि के साथ भी कुचक्र किया था। आदमपुर मे ब्रम्हशीला मंदिर मे रहने वाले संत की हत्या भी इन्हीं लोगों द्वारा करायी गयी थी। जिस पर पुलिस ने अज्ञात मे मुकदमा दर्जकर मामले को रफा दफा कर दिया। उन्होनें कहा कि शिव जी मंदिर की सैकड़ों बीघे जमीन षडयंत्रकारियों ने अवैध तरीके से बेंच दिया है। अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि उक्त रमेश तिवारी आदि ने उनके रहने वाले स्थान पर जबरन कब्जा कर लिया है और उन्हंे सामान सहित निकालकर सड़क पर फेंक दिया है। इस मौके पर पूर्व ब्लाक प्रमुख संतोष सिंह चैहान, ओम प्रकाश द्विवेदी, शिव प्रकाश, नरसिंह, फुरकान, विनय मिश्रा, महेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।