बेरहम सनकी टीचर: डरे सहमे बच्चों ने बताई बर्बरता की कहानी; बच्चे बोले- मैडम ने डंडे से पीटा

 

शाहजहांपुर में राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती बच्चे घटना के बाद काफी सहम गए हैं। बातचीत के दौरान उनके चेहरे से दहशत साफ झलक रही थी। विद्यार्थियों के मुताबिक, पूर्व में भी शिक्षिका स्कूल में मारपीट कर चुकी हैं। इस वजह से सभी उनसे काफी डरते हैं। सोमवार को गेंद लगने से नाराज होकर वह कक्षा में डंडा लेकर पहुंची और जिसे जहां पाया, उसे वहां पीटती चली गईं। पिटाई से बच्चे बेसुध तक हो गए।

सहायक अध्यापिका पूर्णिमा रस्तोगी की पिटाई से बच्चों के हाथ-पैर और पीठ पर काफी चोट आई हैं। किसी के सिर में चोट लगी है। हाथ-पैर में सूजन और दर्द से बच्चे कराहते रहे। उनका राजकीय मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में उपचार किया गया। इसके साथ ही सभी का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया।

घटना के संबंध में शिक्षिका पूर्णिमा रस्तोगी से मोबाइल पर बात करने का प्रयास किया गया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। चौक कोतवाली के मोहल्ला किला निवासी रजी ने शिक्षिका पूर्णिमा रस्तोगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 504 व 506 के तहत केस दर्ज कर लिया है। तहरीर में अन्य अभिभावकों के नाम भी अंकित हैं। मारपीट में घायल कक्षा आठ की छात्रा अरिवा, कक्षा सात के छात्र शोएब, कक्षा सात की आसफा, कक्षा आठ के रैना और रमशा को राजकीय मेडिकल कॉलेज लाया गया। इलाज के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई।

शिक्षिका ने उनके बेटे शोएब और भतीजी अफरा को पीटा है। अन्य बच्चों के साथ भी बेरहमी दिखाई। शिक्षिका को तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाला जाना चाहिए। भांजी रैना को शिक्षिका द्वारा मारे जाने की जानकारी मिलने पर स्कूल आकर देखा। रैना बेसुध पड़ी थी। उसे अस्पताल ले जाया गया। शिक्षिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।

 

 

 

 

लड़के गेंद खेल रहे थे, जो शिक्षिका को लग गई। इसके बाद शिक्षिका पूर्णिमा रस्तोगी ने कक्षा में बैठी लड़कियों को भी पीटा। कुर्सी-मेज तक फेंक दी। गुस्से में छठी, सातवीं, आठवीं के सभी बच्चों को पीटा। मैंने देखा कि गेंद से सिर्फ एक लड़का खेल रहा था, जोकि शिक्षिका के जाकर लग गई। इसके बाद वह बहुत नाराज हो गईं और सभी बच्चों को डंडे से मारने-पीटने लगीं। एक बार नहीं तीन-तीन बार मारा। बहुत दर्द हो रहा है।
पूर्णिमा मैडम बहुत गुस्सा करती हैं, जब-तब बच्चों को पीटती रहती हैं। वह अपनी कक्षा में बैठकर किताब पढ़ रही थी, तभी मैडम आईं और डंडों से पीटना शुरू कर दिया। तीन-तीन बार बच्चों के साथ मारपीट की गई। शिक्षिका ने सिर और मुंह पर कई बार मारा, जिसकी वजह से मैं बेसुध हो गई थी। इससे पहले भी शिक्षिका ने कई बार बच्चों को मारा था। अक्सर गुस्सा करती रहती हैं। ऐसी शिक्षिका नहीं होनी चाहिए।

 

 

 

नगर शिक्षा अधिकारी सपना रावत ने बताया कि शिक्षिका ने पूर्व में भी इस तरह की हरकत की है। इस पर उनको निलंबित किया गया था। इसके बाद भी उनका व्यवहार नहीं बदला। बाद में बहाल होने पर शिक्षिका पूर्णिमा को एआरपी बनाया गया था तब भी उनका व्यवहार ठीक नहीं रहा। नगर शिक्षा अधिकारी ने बताया कि पूर्णिमा ने उनके साथ भी अभद्रता की थी। इसकी शिकायत उन्होंने उच्चाधिकारियों से की थी। बाद में पूर्णिमा को कंपोजिट विद्यालय किला में सहायक अध्यापिका के रूप में तैनात किया गया था।

 

 

 

 

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