लखनऊ में IIIT का आज दूसरा दीक्षांत समारोह: टेक्नोक्रेट्स को राष्ट्रपति ने दिए 5D मंत्र

 

लखनऊ में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी यानी IIIT लखनऊ का आज दूसरा दीक्षांत समारोह है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुईं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 5 D बताए। कहा- आज भारत के पास 5D है- डिमांड, डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिजायर, ड्रीम। यह 5D हमारे विकास की यात्रा में अत्यंत लाभकारी होंगी। हमारी अर्थव्यवस्था जो एक दशक पहले 11वें पायदान पर थी, आज 5वीं बड़ी इकोनॉमी है। साल-2030 तक तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनने की राह पर है।

राष्ट्रपति ने कहा- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ इमोशनल इंटेलिजेंस का भी ध्यान दें। समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी इससे लाभ मिले। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इसके अनुप्रयोगों पर केंद्रित पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को नए तकनीकी परिदृश्य में नेविगेट करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करता है। मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि IIIT लखनऊ समाज और उद्योग जगत के सामने आने वाली चुनौतियों के निदान, समय के साथ उपजी मांगों के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।

 

 

 

 

AI मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। हेल्थकेयर, एजुकेशन और स्मार्ट सिटी में AI और मशीन लर्निंग के फायदे हो रहे हैं। आज भारत 4th इंडस्ट्रियल रेवोल्युशन का न केवल महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि AI के साथ अन्य टूल्स पर भी काम कर रहा है। भारत सरकार भी AI के प्रति मिशन सेंट्रिक तरीके से काम कर रही है। यूपी सरकार भी यहां के प्रमुख शहरों को AI हब के रूप में डेवलप कर रही है।

मुझे बताया गया है कि IIIT लखनऊ को संसद के अधिनियम द्वारा इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस का दर्जा दिया गया है। ये दर्जा आपकी योग्यता, सामर्थ्य, और दक्षता का परिचायक है। इस स्टेटस के साथ देश और समाज आपसे आशा करता है कि आप शिक्षा के क्षेत्र में न केवल सर्वोच्च मानकों पर खरे उतरेंगे बल्कि उत्कृष्टता और सर्वश्रेष्ठता के ऐसे आयाम स्थापित करेंगे जो स्वयं में मापदंड होंगे। राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी का एक कथन बताया और उसे हमेशा याद रखने की सलाह दी।

 

 

 

 

राष्ट्रपति ने स्टूडेंट्स को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। राष्ट्रपति ने श्लोक पढ़ा…विद्यां ददाति विनयं विनयाद् याति पात्रताम्। पात्रत्वात् धनमाप्नोति धनात् धर्मं ततः सुखम्। इसका अर्थ भी बताया..विद्या यानि ज्ञान हमें विनम्रता प्रदान करती है। विनम्रता से योग्यता आती है। योग्यता से हमें धन प्राप्त होता है जिससे हम धर्म के कार्य करते हैं और हमें सुख मिलता है।

इससे पहले ​​​​​​गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में 7 मेधावियों को राष्ट्रपति ने गोल्ड मेडल दिए। इसके अलावा, 317 मेधावियों को उपाधि दी गई। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और CM योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। IIIT लखनऊ के डायरेक्टर प्रो. अरुण मोहन शैरी ने कहा- आज के समय 1100 से ज्यादा स्टूडेंट्स यहां पढ़ रहे हैं। बीटेक, एमटेक के अलावा एमबीए और पीएचडी जैसे कोर्स चलाए जा रहे हैं।

 

 

 

 

डायरेक्टर प्रो. शैरी ने कहा- डेटा साइंस, IA, IOT और डिजिटल बिजनेस में काम कर रहे हैं। ये संस्थान देश मे पहला फुल टाइम डिजिटल बिजनेस कोर्स शुरू करने वाला पहला संस्थान है। इंडस्ट्री 4.0 पर काम करते हुए संस्थान ने कई कोर्स भी शुरू किए हैं। संस्थान को 100% प्लेसमेंट पिछले 4 सालों के बीटेक में मिला है। इनमें एवरेज पैकेज में भी बढ़ोतरी हुई है।

कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा-संस्थान में चल रहे कोर्स टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट का मिश्रण हैं। इनके सफल प्लेसमेंट भी इसे दिखाते हैं। संस्थान का इन्क्यूबेशन सेंटर बेहद अहम है। संस्थान के निरंतर सीखने के कार्यक्रम बेहद अच्छे हैं। आप लोग कई एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करते हैं, ये बहुत जरूरी है।

 

 

 

 

हमारा नजरिया बड़ा होना चाहिए। पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। भारत के विकास से सभी का विकास होगा। हमारा मंत्र सर्वे भवुन्त सुखिनः पर आधारित है। यूपी के राज्यपाल होने के नाते मुझे IIIT लखनऊ से बेहद उम्मीदे हैं। आप इस प्रदेश के खुशहाली में भी योगदान देंगे।

CM योगी आदित्यनाथ ने कहा- यूपी के उच्च शिक्षा में बड़ा बदलाव आया है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में मैं आपको काम करने के लिए आमंत्रित करता हूं। PM मोदी ने 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य दिया है तो यूपी भी 1 ट्रिलियन डॉलर की दिशा में बढ़ रहा है। यहां से निकल रहे मेधावी ये सोचें कि मैं जीवन में सत्य का आचरण रखूंगा, और धर्म के पथ पर चलूंगा। जीवन संग्राम में धर्म पर चलूंगा।

 

 

 

योगी ने कहा- उत्तर भारत का पहला डेटा सेंट्रर ग्रेटर नोएडा में शुरू हो चुका है। टेक्नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन के जरिए बड़ा बदलाव लाया गया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में डिजिटल हॉस्पिटल के जरिए सभी को बेहतर स्वास्थ्य और सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। इस क्षेत्र में IIIT लखनऊ के छात्र भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि अपने कौशल से आप इस संस्थान का गौरव बढ़ाएंगे।

 

 

 

अंतरराष्ट्रीयकरण: वैश्विक चैलेंज के लिए छात्र तैयार रहे।

इनोवेशन: आईटी के क्षेत्र में इनोवेशन ड्राइविंग फोर्स है। प्रॉब्लम सॉल्विंग के लिए ये बेहद अहम।

उद्यमिता-दूरदर्शी: लीडर बनना जरूरी हैं। इसका मकसद सिर्फ नए बिजनेस सेटअप करना नहीं, पर उससे बहुत कुछ आगे जाना हैं।

शैक्षणिक और उद्योग के बीच अंतर: आप सिर्फ टेक्स्ट बुक तक सीमित न होकर सोशल और इकनोमिक फोरम पर भी एक्सेल कर सकेंगे।

 

 

 

दीक्षांत समारोह में कुल 317 मेधावियों में से 7 स्टूडेंट्स को गोल्ड, 7 स्टूडेंट्स को सिल्वर, 7 स्टूडेंट्स को ब्रॉन्ज मेडल दिया जाएगा। इनमें B. Tech (IT), B.Tech (CS), M.Tech, MBA और PG Diploma के स्टूडेंट्स शामिल हैं। इस बीच सोमवार को IGP में एक दिन पहले कॉन्वोकेशन सेरेमनी का रिहर्सल किया गया था। इस दौरान मेडलिस्ट छात्रों के अलावा संस्थान के प्रशासनिक अफसर और फैकल्टी मेंबर मौजूद रहे।

IIIT लखनऊ का पहला कॉन्वोकेशन अटल बिहारी वाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में हुआ था। अप्रैल 2022 में इसका आयोजन किया गया था। इस कॉन्वोकेशन में राष्ट्रपति या राज्यपाल जैसी शख्सियत शामिल नहीं हुए थे।

 

 

 

 

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