उत्तर प्रदेश के शहर बहराइच की यह घटना हिला देने वाली है. यहां दो परिवारों में शादी की खुशियां मातम के शोर में खो गईं. अपने 22 साल के लड़के की बारात विदा कराके घरवाले 20 साल की लड़की को बहू बनाकर घर लाते हैं. घर में खुशियां छा जाती हैं. शादी के अगले दिन दूल्हा-दुल्हन एक साथ कमरे में जाते हैं, लेकिन सुबह दोनों का कमरा नहीं खुलता है. कुंडी बजाने पर भी जब दोनों का कमरा नहीं खुलता है तो दूल्हे का छोटा भाई खिड़की के रास्ते कमरे में कूदता है.
लेकिन, यह क्या कमरे में दूल्हा-दुल्हन मृत हालत में मिलते हैं. वो जल्दी से कुंडी खोलता है तो बाकी परिवार आकर जगाने की कोशिश करता है, लेकिन उनके शरीर ठंडे थे. घर में हाहाकार की स्थिति मच जाती है. दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां पोस्टमार्टम किया गया तो जो वजह सामने आई, वो चौंकाने वाली थी. दोनों को एक साथ हार्ट अटैक आया था. क्या एक साथ दोनों को हार्ट अटैक?
दोनों की मौत, क्या यह सच में संभव है? दोनों इतनी कम उम्र के युवा इन्हें कैसे ये हो सकता है? मौत के बाद जिसे भी इस खबर का पता चला तो लोग हैरान है. इस तरह की मौत पर लोगों के मन में आ रहे तमाम सवालों के जवाब हमने हृदयरोग विशेषज्ञ फोर्टिस हॉस्पिटल के कॉर्डियोलॉजिस्ट व चेयरमैन डॉ अजय कौल से जानने की कोशिश की है.
क्या हो सकता है कारण?
डॉ कौल कहते हैं कि कोरोना महामारी के बाद चीजें पूरी तरह बदल गई हैं. हम नंबर और डेटा को छोड़ भी दें तो आप खुद भी हर दिन ऐसी खबरें पढ़ रहे होंगे जिसमें लोग चलते-फिरते हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं. ये साइलेंट हार्ट अटैक हर उम्र के लोगों को अपना शिकार बना रहा है. डॉ कौल कहते हैं कि इसके पीछे कोरोना महामारी कैसे वजह हो सकती है, इसे समझना होगा. कोरोना एक RNA वायरस है. ऐसे वायरस की वजह से खून में थक्का जम जाता है या ब्लॉकेज हो जाता है जिससे हृदय में रक्त का प्रवाह आसामान्य हो जाता है, जो हार्ट अटैक का कारण बनता है. इस घटना को एक डॉक्टर के तौर पर मैं केवल एक ऐसे इंसीडेस की तरह देखता हूं जैसे अचानक दो प्लेन क्रैश हो जाएं. यह घटना एक्स्ट्रीमली रेयर है. इसे सेक्सुअल एक्टिविटी के साथ भी पूरी तरह से नहीं जोड़ा जा सकता है.
सेक्सुअल एक्टिविटी भी बने वजह?
इस मामले में सबसे पहले फैमिली हिस्ट्री देखनी चाहिए. ऐसा हो सकता है कि दोनों को पहले से ही हार्ट की प्रॉब्लम हो, यह कोई बड़ी बात नहीं है कि दो ऐसे लोगों की शादी हो गई हो जिन्हें हार्ट प्रॉब्लम हो. स्ट्रेस, हालात और सेक्सुअल एक्टिविटीज के दौरान अचानक हार्ट अटैक आ गया हो. एक तरह से ये एक सिर्फ मौके की बात है कि दो लोगों को एक साथ हार्ट अटैक आया तो उसे अंध विश्वास से जोड़ दिया जाए. इसे मैं तो पूरी तरह से एपेडमिक के बाद हार्ट की बढ़ी समस्याओं से जोड़कर ही देख पा रहा हूं.
छोटे शहरों में भी वही लाइफस्टाइल
डॉ कौल ने कहा कि आजकल मानसिक तनाव या एंजाइटी बहुत कॉमन समस्या बन गया है. इसके अलावा इंटरनेट की उपलब्धता अब हर ग्रामीण और शहरी के पास है. रात-रात भर जागकर मोबाइल पर वक्त बिताना, उस पर तनाव, फास्टफूड का इस्तेमाल और नींद पूरी नहीं होने से दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. अब खराब लाइफस्टाइल सिर्फ बड़े शहरों का हिस्सा नहीं रही. इन्हीं सब कारणों से हार्ट अटैक या दिल के दौरे की संभावना ज्यादा हो गई है.