बिहार के बेगूसराय में दारोगा की शराब तस्करों ने हत्या कर दी। शराब तस्करों ने भागने के दौरान कार से दारोगा खामस चौधरी को कुचल दिया। इसमें उनकी मौत हो गई जबकि एक होमगार्ड जवान बालेश्वर यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इधर, सूचना मिलते ही बेगूसराय एसपी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए। पुलिस शराब तस्करों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही है। बेगूसराय एसपी ने शराब तस्करों को जल्द से जल्द पकड़ने का निर्देश दिया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मंगलवार रात नावकोठी थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली थी कि एक ऑल्टो कार से कोई व्यक्ति शराब की खेप ले जा रहा है। जानकारी पर कार्रवाई के लिए दारोगा खामस चौधरी के नेतृत्व में पुलिस टीम भेजी गई। रात के 12:30 बजे का समय ऑल्टो कार को रोकने के लिए पुलिस की गाड़ी को छतौना बुढ़ी गंडक नदी पुल के पास लगाकर दरोगा खामस चौधरी अपनी टीम के साथ वाहन जांच करने लगे।
इसी दौरान सामने से आ रही ऑल्टो कार को पुलिस ने रोकने की कोशिश की। पुलिस को देखते ही शराब तस्कर ने कार की स्पीड बढ़ा दी। पुलिस टीम ने रोकने की कोशिश की लेकिन तस्कर दरोगा खामस चौधरी और होमगार्ड जवान को टक्कर मारते हुए फरार हो गए। सिर में चोट लगने की वजह से दरोगा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं होम गार्ड जवान की हालत गंभीर है।
इधर, घटना के बाद बेगूसराय के एसपी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। एसपी ने कहा कि एसडीपीओ बखरी के नेतृत्व में विशेष टीम बना दी गई है। आल्टो गाड़ी के मालिक को छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई चल रही है।
घायल होमगार्ड जवान बालेश्वर यादव ने कहा कि देर रात करीब 12 बजे दारोगा खामस चौधरी समेत चार लोग छतौना बूढ़ी गंडक नदी पुल पर ड्यूटी पर तैनात थे। रात्रि गश्ती के दौरान तेज रफ्तार कार ने मुझे और साहब को टक्कर मार दिया। इसमें साहब की मौत हो गई। वहीं मृत दारोगा खमास के बेटे गौरव ने बताया कि हमलोग मधुबनी के रहने वाले हैं। बुधवार अहले सुबह उन्हें फोन कर बताया गया कि पिता की तबीयत खराब हो गई है। यहां आने पर पता चला कि उनकी मौत हो गई है। गौरव ने कहा कि हमलोग चार भाई-बहन (तीन) हैं।