मुजफ्फरनगर में ठंड के साथ सड़कों पर पड़ रहा अधिक कोहरा परिवहन निगम के अधिकारियों की चिंता बढ़ा रहा है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के संचालन विभाग के आयुक्त ने सभी एआरएम और क्षेत्रीय प्रबंधकों को कोहरे में बसों के संचालन के लिए गाइडलाइन जारी की है। इसमें बसों की गति और बसों में यात्रियों की संख्या पर बल दिया गया है। वहीं रात में डिपों से बसों के संचालन का समय भी अलग-अलग रूट के लिए निर्धारित करने पर एआरएम को अधिकार दिया गया है। मुजफ्फरनगर डिपो से संचालित विभिन्न रूटों के लिए अंतिम बसों की समय निर्धारित कर डिपो में सूची लगाई गई है।
रूट पर पीछे से आ रही बसों का करें इंतजार
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रधान आयुक्त संचालन मनोज कुमार ने आदेश दिए हैं। इसमें स्पष्ट किया है कि कोहरे के कारण यूपी रोडवेज बसों की गत दिनों दुर्घटना हुई थी। जिसमें यात्री की मृत्यु होने के साथ बसों काे काफी नुकसान पहुंचा था। इससे सबक लेते हुए यात्रियों की संख्या के हिसाब से ही बसों को सड़कों पर उतारा जाए। कहा यदि किसी रोडवेज बस में 25 यात्रियों से संख्या कम है, तो उसी रूट पर पीछे से आ रही बसों का इंतजार किया जाए। उन यात्रियों को दूसरी बसों में स्थानांतरित कर यात्रियों को आगे रवाना किया जाए। वहीं बस को नजदीक के डिपो में रात को खड़ी की जाए। इसके साथ ही कोहरा होने पर बसों के हिसाब से स्पीड़ को भी नियंत्रित कर चलाने के निर्देश दिए हैं। स्पष्ट किया कि किसी भी दशा में रोडवेज बस चालक बस को ओवर स्पीड़ में नहीं चलाए। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
इस निगरानी के लिए टीम बनाकर जांच करने के निर्देश है। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बरेली आदि रूटों पर निगम अधिकारियों की टीम बसों में बैठे यात्रियों की जांच करेंगे।
एआरएम भुवनेश कुमार का कहना है कि परिवहन निगम आयुक्त का स्पष्ट आदेश है कि बसों को 25 यात्री से कम यात्री होने पर नहीं चलाई जाए। यात्रियों को दूसरी बसों में बैठाकर आगे बढ़ाया जाए। स्पीड भी नियंत्रण में रखा जाए। यह नियम कोहरे के कारण बने हैं। जो मुजफ्फरनगर डिपो में लागू कर दिए गए हैं।