इंजीनियर सुघर सिंह हुए सेवानिवृत्ति, जेपी गार्डन में हुए सम्मान समारोह में प्रतिष्ठित एवं सभ्रांत जनों ने दी विदाई
व्यूरो संजीव शर्मा
न्यूज वाणी इटावा। सिविल इंजीनियर सुघर सिंह का जन्म बने का ताल बकेवर इटावा में दंपति स्वर्गीय तुलसीराम व राम जानकी देवी के घर हुआ । प्राथमिक शिक्षा बकेवर इटावा में प्राप्त करने के बाद सिविल इंजीनियर की पढ़ाई अब्दुल कलाम पीजी कॉलेज लखनऊ से पूर्ण की और 1980 में श्रीमती मिथिलेश सिंह के साथ दाम्पत्य बंधन में बंध गए। 1982 में उनका चयन कर सहायक के पद पर हुआ और इटावा में उनकी तैनाती हुई। कुछ समय उपरांत आपका स्थानांतरण आगरा और पुनः 2012 से सेवानिवृत तक इटावा में अपनी सेवाएं प्रदान करते रहे। स्वाभाविक रूप से मिलनसार तथा न्याय प्रिय सुघर सिंह 1991 से सेक्रेटरी आयकर कर्मचारी संघ पद पर लंबे कार्यकाल तक काबिज़ रहे । सुघर सिंह व उनकी पत्नी ने सामाजिक कार्यों के साथ पारिवारिक दायित्व का पूरी तरह निर्वहन किया ।उनकी बेटी नीतू सिंह का चयन एयर होस्टेस के पद पर हुआ किंतु नौकरी नहीं करने दी और उनकी शादी पैसे से चिकित्सक डॉ. विपिन राज गौतम के साथ दिल्ली में हुई ।वह अपने दो संतानों श्रीराज गौतम तथा समृद्धि उर्फ मन्नत के साथ खुश हैं । पुत्र हेमंत प्रताप उड़ीसा में इंजीनियर हैं व पत्नी तथा पुत्र प्रियांशु सिंह व विवान प्रताप सिंह के साथ उड़ीसा में ही निवास कर रहे हैं । दूसरा पुत्र बसंत प्रताप सिंह एक्सिस बैंक में मैनेजर के पद पर मैनपुरी में तैनात है। तीसरा पुत्र शरद प्रताप सिंह राजकीय ठेकेदार तथा उनकी पत्नी केंद्रीय विद्यालय केरल प्रांत में तैनात हैं।
श्री सुघर सिंह के सेवानिवृत्ति उपरांत जेपी गार्डन इटावा में सम्मान एवं मिलन समारोह आयोजित किया गया जिसके मुख्य अतिथि मुख्य आयकर आयुक्त आगरा श्री नजमी साहब तथा अध्यक्षता पूर्व प्रधानाचार्य/ न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ. रामयश सिंह यादव ने की । कार्यक्रम में तमाम संभ्रांत जनों तथा साथियों ने फूल माला पहनाकर तथा प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सुघर सिंह को सेवा निवृत्त की विदाई दी, तथा ऋतुराज परिवार ने सोने व चांदी के आभूषण प्रदान कर उनके सकुशल सेवा वापसी पर स्वागत किया ।
कार्यक्रम में कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक तथा सियासी अखाड़ा के संपादक जनाब खादिम अब्बास ने कहा कि सुघर सिंह ने सरकारी सेवा से पहले तथा सरकारी सेवा में रहते हुए समाज सेवा को सदैव प्राथमिकता दी । हमें आशा है कि अब सेवा निवृत उपरांत भी श्री सुघर सिंह समाज को अपनी सेवाएं प्रदान करते रहेंगे ।
कार्यक्रम में पधारी माधव श्री सेवा संस्थान सिसहाट की प्रमुख कथा वाचिका गुंजन किशोरी ने भी अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों को सदैव समाज सेवा तथा देश सेवा को प्राथमिकता देनी चाहिए। हम इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए हैं मुझे लगता है की इंजीनियर साहब ने पूरे मनोयोग से जो सेवाएं प्रदान की हैं। आज उसी का प्रतिफल है कि हर व्यक्ति आपके सम्मान में खड़ा है। और हम आशा करते हैं कि आगे भी आप इसी तरह की समाज को सेवाएं प्रदान करते रहेंगे।
एडवोकेट सुरेश चंद्र त्रिपाठी, सर्वजन सुखाय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जसकरण सिंह कठेरिया ,पूर्व न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ. सत्य प्रकाश शास्त्री, पुस्तकालय अध्यक्ष के वी दोहरे ,अरुण कुमार अग्रवाल एडवोकेट ,प्रमुख समाजसेवी खालिद अंसारी मुन्ना बाबू ,शाहनवाज आलम संपादक राष्ट्रपटल, खुर्शीद आलम संपादक करंट विजन ,एडवोकेट फहीम अब्बास तथा पत्रकार गौरव डुडेजा आदि ने इंजीनियर सुघर सिंह सिंह को सेवानिवृत्ति पर सम्मान सहित शुभकामनाएं प्रदान की।
अंत में अध्यक्षता कर रहे पूर्व प्रधानाचार्य एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ रामयश सिंह यादव ने कहा कि कुछ लोगों का व्यक्तित्व समाज के लिए समर्पित होता है उसमें सुघर सिंह पूरी तरीके से खरे उतरे और अपनी सेवा के दौरान उन्होंने समाज सेवा में कोई कोताही नहीं की। मैं समझता हूं की सुघर सिंह की मेहनत का ही प्रतिफल है और उन लोगों की दुआएं हैं जिनके लिए वह काम आए हैं। कि उनका परिवार पूरी तरह से समृद्ध तथा व्यवहारिक है ।हम आशा करते हैं की अब सेवा निवृत्ति के बाद उनकी समाज सेवा का और अधिक विस्तार होगा। हमारी शुभकामनाएं सदैव सुघर सिंह के साथ रहेंगी । साथ ही कार्यक्रम में पधारे सभी लोगों को उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रोफेसर डॉ धर्मेंद्र कुमार ने किया।