राहुल गांधी ज का असम के एक मंदिर में प्रवेश न करने को लेकर कांग्रेस जनों ने जताया कड़ा रोष, असम सरकार का ये रवैया राहुल गांधी जी के साथ एक निहायती घटिया और तुच्छ मानसिकता से भरा भेदभाव जैसा हैं – कांग्रेस.
न्यूज वाणी ब्यूरो हसरत पवार
हापुड़। कांग्रेस के कार्यकर्ता अतरपुरा चौराहा स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के प्रतिमा स्थल पर एकत्रित हुए। जहां शहर कांग्रेस अध्यक्ष अभिषेक गोयल की अगुवाई में कांग्रेस जनों ने असम की भाजपा सरकार के खिलाफ धरना दिया और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा व भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष अभिषेक गोयल ने कहा कि 14 जनवरी से आदरणीय राहुल गांधी जी की “भारत जोड़ो न्याय यात्रा”*l की शुरुआत हुई थी। जो कि मणिपुर से नागालैंड, अरूणांचल प्रदेश होते हुए असम पहुंची थी। इस दौरान असम में 21 जनवरी को राहुल गांधी जी की “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” का काफिला प्रदेश में विभिन्न जगहों से होकर सड़क के रास्ते से गुजर रहा था। तभी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी जी की न्याय यात्रा के काफिले पर हमला कर दिया। इस हमले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सहित कांग्रेस के कई नेताओं के साथ धक्का मुक्की भी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने की। इससे पहले रात में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी जी की न्याय यात्रा के लगे होर्डिंग्स और पोस्टर फाड़े। यहां तक कि प्ले कार्ड्स तक तोड़ दिए। जो कि यह दर्शाता है कि राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा व केंद्र की भाजपा सरकार किस तरह घबराई हुई है?
पूर्व चेयरमैन प्रत्याशी मानवी सिंह ने कहा कि जब से राहुल गांधी जी ने असम के मुख्यमंत्री को हिंदुस्तान का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री करार कर बयान दिया हैं तब से असम के मुख्यमंत्री और प्रदेश की भाजपा सरकार तिलमिलाई हुई हैं। उन्होंने कहा हैं कि केंद्र की भाजपा सरकार के इशारे पर ही असम के मुख्यमंत्री ने अपने भाजपाई कार्यकर्ताओं को भेज कर राहुल गांधी जी की न्याय यात्रा के काफिले पर हमला करवाया और न्याय यात्रा के होर्डिंग्स उखड़वाए। कांग्रेस जनों ने कहा है कि असम के मुख्यमंत्री और केंद्र की तानाशाह भाजपा सरकार राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को कितना भी रोकने की कोशिश कर ले। कितना भी डराने और धमकाने की कोशिश कर ले। लेकिन कांग्रेस का कार्यकर्ता भाजपाइयों से डरने वाला नहीं है। लोगों के साथ हो रहे अन्याय के प्रति कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की आवाज हमेशा बुलंद होती रहेगी। कांग्रेस जनों ने राहुल गांधी का असम के एक मंदिर में प्रवेश न करने को लेकर भी कड़ा रोष जताया और कहा कि क्या अब मंदिर पर सिर्फ और सिर्फ भाजपा और उनके नेताओं का आधिपत्य हो चुका हैं जो एक भक्त राहुल गांधी को उसके ईश्वर से मिलने तक नहीं दिया जा रहा। कांग्रेस जनों ने कहा कि असम सरकार का ये रवैया राहुल गांधी जी के साथ एक निहायती घटिया और तुच्छ मानसिकता से भरा भेदभाव जैसा हैं।
विरोध प्रदर्शन में वरिष्ठ कांग्रेसी/पीसीसी सदस्य अरविंद शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष जकरिया मनसबी, सेंसरपाल सिंह, पूर्व प्रधान साजिद, सावन चौधरी, मनिंदर सिंह, डॉक्टर आशाराम शर्मा, अरुण वर्मा, संदीप चौधरी, गुलफाम कुरैशी यशपाल ढिलौर, शौकीन चौधरी, मुकीम खान, सुबोध शास्त्री, अमित सैनी, देवेंद्र कुमार, सुखपाल गौतम, विनोद कर्दम, सविता गौतम, विक्की शर्मा, गौरव गर्ग, जितेंद्र अग्रवाल, अंकुर अग्रवाल, अब्दुल कलाम, निसार पठान, सद्दाम अब्बासी, आदि लोग उपस्थित रहे।