MP में 17,500 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास, PM मोदी बोले- विकास और विरासत साथ लेकर चलेंगे

 

 

 

मोदी ने पहली बार वोटिंग करने वाले युवाओं का खास तौर पर उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आपके सपने को पूरा करना ही मोदी का संकल्प है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया का मजबूत स्तंभ बनेगा। मुरैना के सीतापुर में मेगा लेजर एंड फुटवेयर क्लस्टर, इंदौर में रेडीमेड गारमेंट इंडस्ट्री के लिए पार्क, मंदसौर में इंडस्ट्रियल पार्क का विस्तार, धार में इंडस्ट्रियल पार्क का निर्माण इसी दिशा में उठाए जा रहे कदम है। कांग्रेस की सरकारों ने मैन्युफैक्चरिंग की हमारी पारंपरिक ताकत को भी बर्बाद कर दिया था। खिलौना बनाने की हमारी बड़ी परंपरा रही है। स्थिति यह थी कि कुछ साल पहले तक हमारे बाजार और घर विदेशी खिलौनों से भरे पड़े थे। हमने देश के खिलौने बनाने वाले पारंपरिक परिवारों को विश्वकर्मा परिवार के तौर पर मान्यता दी। विदेशों से खिलौनों का आयात कम हो गया है। जितने खिलौने हम आयात कर रहे थे, उससे दोगुना हम निर्यात कर रहे हैं। बुधनी के खिलौना बनाने वालों के लिए अनेक अवसर मिलने वाले हैं। इससे खिलौना निर्माण को बल मिलेगा। जिन्हें कोई नहीं पूछता है, उन्हें मोदी पूछता है।

पीएम मोदी ने कहा कि पर्यटन में भी बढ़ोतरी हो रही है। इसका लाभ मध्य प्रदेश को भी मिल रहा है। मध्य प्रदेश अजब है और गजब भी है। ओंकारेश्वर और ममलेश्वर में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। ओंकारेश्वर में विकसित किए जा रहे एकात्म धाम की वजह से यह संख्या और बढ़ेगी। 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ होने वाला है। इच्छापुर से इंदौर तक फोन लेन बनने से श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। रेल परियोजनाओं से भी मध्य प्रदेश की कनेक्टिविटी सशक्त होगी।
04:41 PM, 29-FEB-2024

 

 

 

पीएम मोदी ने कहा कि खेती, उद्योग और टूरिज्म पर फोकस कर रही है। मां नर्मदा पर बन रही तीन जल परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है। इनसे सिंचाई और पेयजल की समस्याओ का निराकरण होगा। मध्य प्रदेश में केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड के लाखों परिवारों का जीवन बदलने वाला है। किसानों के खेत तक पानी पहुंचता है तो इससे बड़ी सेवा क्या हो सकती है? भाजपा सरकार और कांग्रेस की सरकार के बीच का क्या अंतर होता है, इसका उदाहरण सिंचाई परियोजना भी है। 2014 से पहले के दस वर्षों में देश में लगभग 40 लाख हैक्टेयर भूमि को सूक्ष्म सिंचाई के दायरे में लाया गया था। बीते दस वर्ष के हमारे सेवाकाल में हमने दोगुना लगभग 90 लाख हैक्टेयर खेती को सूक्ष्म सिंचाई से जोड़ा गया है। यह दिखाता है कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता क्या है, यह दिखाता है कि भाजपा सरकार यानी गति भी और प्रगति भी।

 

पीएम मोदी ने कहा कि छोटे किसानों की एक और बड़ी परेशानी गोदाम की कमी की रही है। इसके कारण छोटे किसानों को औने-पौने दाम पर अपनी उपज मजबूरी में बेचनी पड़ती थी। हम भंडारण से जुड़ी दुनिया की सबसे बड़ी योजना पर काम कर रहे हैं।  आने वाले वर्षों में देश में हजारों की संख्या में बड़े गोदाम बनाए जाएंगे। 700 लाख मीट्रिक टन अनाज के भंडारण की व्यवस्था देश में बनेगी। इस पर सरकार सवा लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने जा रही है। हमारी सरकार गांव को आत्मनिर्भर बनाने पर बल दे रही है। इसके लिए सहकारिता का विस्तार किया जा रहा है। अभी तक हम दूध और गन्ने के क्षेत्र में सहकारिता के लाभ देख रहे हैं। भाजपा सरकार अनाज, फल-सब्जी, मछली समेत हर सेक्टर में सहकारिता पर बल दे रही है। इसके लिए लाखों गांवों में सहकारी संस्थाओं का गठन किया जा रहा है। कोशिश यह है कि खेती, पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मुर्गीपालन, मछलीपालन, हर प्रकार से गांव की आय बढ़े।

 

गांव वालों को जमीन से जुड़े छोटे-छोटे तहसीलों के चक्कर काटने पड़ते थे। अब हमारी डबल इंजन सरकार ने पीएम स्वामित्व योजना के जरिये स्थायी समाधान निकाल रही है। मध्य प्रदेश तो इस योजना के तहत शत-प्रतिशत गांवों का ड्रोन से सर्वे किया जा चुका है। 20 लाख से अधिक स्वामित्व कार्ड दिए जा चुके हैं। गांव के घरों के कानूनी दस्तावेज मिल रहे हैं, इससे गरीब कई तरह के विवादों से बचेगा। गरीब को हर मुसीबत से बचाना ही तो मोदी की गारंटी है। मध्य प्रदेश के सभी 55 जिलों में साइबर तहसील योजना का विस्तार किया जा रहा है। नामांतरण, रजिस्ट्री से जुड़ी समस्याओं का समाधान डिजिटल माध्यम से हो जाएगा। इससे ग्रामीण परिवारों का समय और पैसा बचेगा।
04:27 PM, 29-FEB-2024

 

 

धानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली जुड़कर 17,500 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इसमें दो हजार करोड़ रुपये की रेल परियोजनाएं शामिल हैं। इसके साथ ही उज्जैन में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का लोकार्पण किया। इस वैदिक घड़ी के जरिये मुहूर्त भी देखे जा सकेंगे।

 

 

 

मध्य प्रदेश के डिंडौरी में हुए हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि नौ दिन का विक्रमोत्सव शुरू होने वाला है। यह गौरवशाली विरासत और वर्तमान के विकास का उत्सव है। हमारी सरकार विरासत और विकास को कैसे एक साथ लेकर चलती है, इसका प्रमाण उज्जैन में लगी वैदिक घड़ी भी है। बाबा महाकाल की नगरी पूरी दुनिया के लिए काल गणना थी। इस महत्व को भूला दिया गया था। हमने विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी फिर से स्थापित की है। यह सिर्फ अपने समृद्ध अतीत को याद करने का सिर्फ अवसर नहीं है, बल्कि यह तो उस कालचक्र की भी साक्षी बनने वाली है जो भारत को विकसित बनाएगा।

पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार जनता ने अपनी लोकप्रिय सरकार को फिर से चुनने का फैसला किया है। यह नारा भाजपा ने नहीं बल्कि जनता-जनार्दन का दिया हुआ है। मोदी की गारंटी पर देश का इतना विश्वास भावविभोर करने वाला है। यह हमारे लिए सिर्फ तीसरी बार सरकार बनाने का लक्ष्य नहीं है, बल्कि देश को दुनिया की तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। हमारे लिए सरकार बनाना अंतिम लक्ष्य नहीं है। हमारे लिए सरकार बनाना देश निर्माण का माध्यम है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के कार्यक्रम में 200 से ज्यादा स्थानों पर 20 लाख से ज्यादा लोग जुड़े हो, यह सामान्य नहीं है। मुझे दिख रहा है कि लोगों में कितना जोश, उमंग है। मध्य प्रदेश के भाइयों के इस प्यार और आशीर्वाद को नमन करता हूं।
03:51 PM, 29-FEB-2024

 

 

 

सीएम मोहन यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। 17500 करोड़ की स्वागत देने पहुंचे पीएम मोदी जी वंदन करते हैं। सीएम ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजिन की सरकार विकास के सौपान चढ़ती जा रही है। हमारी सरकार बनने के साथ पार्वती कालीसिंध चंबल परियोजना के जरिए 35000 करोड़ की नई सौगात आपके माध्यम से मिली है। दुनिया का पहला नदी जोड़ो अभियान भी प्रदेश से शुरू हुआ है। केन बेतवा का काम भी पूरा होने जा रहा है। प्रदेश में तेजी से विकास हो रहा है। न केवल मप्र, बल्कि उप्र और राजस्थान को भी फायदा होने वाला है।

मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि उज्जैन शुद्ध समय की गणना के लिए जाना जाता है। हम सब जानते हैं चांद-तारों की गणना आज दुनिया कर रही है, पर हमारे धर्मग्रंथों में यही समय चलता है। उज्जैन में अब वैदिक घड़ी शुरू हो रही है।

 

ल परेड ग्राउंड पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के साथ ही अन्य मंत्रीगण पहुंचे। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। थोड़ी देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली जुड़ेंगे और मध्य प्रदेश को यह सौगात देंगे। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश शासन के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट, कृष्णा गौर, करणसिंह वर्मा, भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर भी मौजूद रहे।

 

 

साइबर तहसील की व्यवस्था के लिए राजस्व विभाग द्वारा मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता, 1959 में संशोधन कर धारा 13-क में साइबर तहसील स्थापना के प्रावधान किए गए हैं। साइबर तहसील परियोजना अभी 12 जिलों सीहोर, दतिया, इंदौर, सागर, डिंडौरी, हरदा, ग्वालियर, आगर-मालवा, श्योपुर, बैतूल, विदिशा एवं उमरिया में चल रही है। 4 साफ्टवेयर इंटीग्रेड कर साइबर तहसील व्यवस्था बनाई गई है। साइबर तहसील में पंजीयन से नामांतरण तक की प्रकिया लागू है। साइबर तहसील को 4 अलग-अलग प्लेटफार्म जैसे संपदा पोर्टल, भूलेख पोर्टल, स्मार्ट एप्लीकेशन फार रेवेन्यू एप्लीकेशन (SARA) पोर्टल और रेवेन्यू केस मैनेजमेंट सिस्टम (RCMS) पोर्टल से जोड़ दिया गया है।

 

 

पीएम मोदी कार्यक्रम के दौरान मध्यप्रदेश में साइबर तहसील परियोजना की शुरुआत भी करेंगे।वहीं, प्रधानमंत्री 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की सिंचाई परियोजनाओं की आधारिशला रखेंगे।वहीं, उज्जैन शहर में भारतीय पंचांग या समय गणना प्रणाली पर आधारित विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का भी वर्चुअल तौर पर उद्घाटन करेंगे।

बता दें कि भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में शाम चार बजे कार्यक्रम की शुरुआत होगी।  इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, राज्यपाल मंगूभाई पटेल, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूद रहेंगे। प्रदेश की सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों के साथ 500 प्रमुख स्थानों पर इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा। हितग्राही सम्मेलन भी आयोजित किए जाएंगे।

 

पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शाम चार बजे साइबर तहसीलों की शुरुआत करेंगे। मध्यप्रदेश के सभी 55 जिलों में आज से साइबर तहसील व्यवस्था लागू हो जाएगी। साइबर तहसील की व्यवस्था सभी जिलों में लागू होने के बाद राजधानी के प्रमुख राजस्व आयुक्त कार्यालय में स्थापित साइबर तहसील में 15 तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों की आवश्यकता होगी। साइबर तहसील की शुरुआत से एग्रीकल्चर लैंड की रजिस्ट्री के 15 दिन में नामांतरण होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक वीडियो लिंक द्वारा दिल्ली में बैठे-बैठे मध्यप्रदेश में 17,500 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास-उद्घाटन करेंगे। एक अधिकारी ने बताया, विकसित भारत, विकसित मध्यप्रदेश कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री डिजिटल तरीके से सिंचाई, बिजली, सड़क, रेल, जलापूर्ति, कोयला और उद्योग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों की कई परियोजनाओं का शिलान्यास कर राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.