मोदी वाराणसी, गांधीनगर से शाह; ग्वालियर से सिंधिया, भोपाल से शिवराज को उतारने की तैयारी

 

 

भारतीय जनता पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आज जारी कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित करीब 155 लोगों के नाम शामिल होने की चर्चा है।

 

 

PM मोदी को वाराणसी, अमित शाह को गांधीनगर, राजनाथ सिंह को लखनऊ, स्मृति ईरानी को अमेठी, धर्मेंद्र प्रधान को ओडिशा के संबलपुर, ज्योतिरादित्य सिंधिया को ग्वालियर या गुना-शिवपुरी, शिवराज सिंह चौहान को भोपाल या विदिशा और संबित पात्रा को ओडिशा के पुरी से टिकट दिया जा सकता है।

 

 

इनके अलावा भिवानी बल्लभगढ़ से भूपेंद्र यादव, डिब्रूगढ़ से सर्बानंद सोनोवाल, राजौरी-अनंतनाग से रविंद्र रैना, कोटा से ओम बिड़ला, नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से मनोज तिवारी, पश्चिमी दिल्ली से परवेश वर्मा और आसनसोल से TMC के शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ भोजपुरी सिंगर-एक्टर पवन सिंह को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।

 

 

दिल्ली में गुरुवार (29 फरवरी) को भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय चुनाव कमेटी (CEC) की बैठक हुई थी। इसमें 17 राज्यों की 155 लोकसभा सीटों पर देर रात 11 बजे से 3:15 तक, करीब 4 घंटे तक मंथन हुआ। इस बैठक में PM मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह के अलावा BJP शासित राज्यों के CM भी मौजूद रहे।

 

 

​​​​​​भाजपा ​सूत्रों की मानें तो भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और सागर में मौजूदा सांसदों के टिकट काटे जा सकते हैं। यहां नए चेहरे होंगे। भाजपा ने इस साल विधानसभा चुनाव में 3 केंद्रीय मंत्री, 5 सांसद और राष्ट्रीय महासचिव को उतारा था। इसी तर्ज पर लोकसभा चुनाव में भी दिग्गजों को उतारा जा सकता है। पार्टी का मानना है कि इससे जीत का अंतर बढ़ेगा।

 

 

इस रणनीति के तहत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को ग्वालियर, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को भोपाल, 9 बार के विधायक गोपाल भार्गव को सागर से टिकट दिया जा सकता है। वहीं, जबलपुर और इंदौर में चौंकाने वाले चेहरे सामने आ सकते हैं। उम्मीदवारों की पहली सूची में मध्य प्रदेश की 12 से 15 सीटें घोषित हो सकती हैं।

 

भाजपा अध्यक्ष किरणदेव ने कहा कि लोकसभा में नामों पर चर्चा हुई है। सूत्र बता रहे हैं कि दुर्ग से विजय बघेल और कोरबा से चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत के खिलाफ सरोज पांडे चुनाव लड़ सकती हैं। सरोज पांडेय का राज्यसभा का कार्यकाल हाल ही में पूरा हुआ है। विजय बघेल अभी दुर्ग से सांसद हैं।

 

 

सरगुजा से कमलभान सिंह, रामसेवक पैकरा, विजय नाथ सिंह, रामकिसुन सिंह का नाम है, जबकि रायगढ़ से आरपी साय, सुषमा खलको, गेंदलाल कंवर व रजनी राठिया का नाम है। जांजगीर से गुरुदयाल पाटले, कमलेश जांगड़े, वेदराम मनहरे, गुहाराम अजगले, विकास महतो, बिलासपुर से अमर अग्रवाल, रजनीश सिंह, लखनलाल साहू का नाम चर्चा में है।

 

 

रायपुर से लक्ष्मी वर्मा, संजय श्रीवास्तव, केदारनाथ गुप्ता दावेदार हैं। वहीं महासमुंद से चंदूलाल साहू व चुन्नीलाल साहू प्रबल दावेदार हैं। कांकेर से भोजराज नाग, विकास मरकाम, या मोहन मंडावी और बस्तर से रूपसिंह मंडावी, सुभाऊराम कश्यप या महेश गागड़ा को मौका मिल सकता है।

 

राज्य में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा अपना दल, RLD और अन्य पार्टियों को 6 सीटें दे सकती है। अपना दल को मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज, जबकि RLD को बिजनौर, बागपत सीट मिल सकती हैं। इसके अलावा ओपी राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को घोसी और संजय निषाद की निषाद पार्टी को खलीलाबाद सीट मिल सकती है।

 

 

बिहार में बीजेपी का नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, लोजपा, हम पार्टी से गठबंधन है। अभी पार्टियों में सीट शेयरिंग फाइनल नहीं है, इसलिए बीजेपी के यहां कैंडिडेट्स घोषित करने की संभावना कम है। दिल्ली में हुई मीटिंग में बिहार से एक भी नेता शामिल नहीं हुआ था।

 

 

अगर बिहार में कैंडिडेट्स घोषित होते हैं, तो सबसे पहले 10 कमजोर सीटों- नवादा, मुंगेर, वैशाली, वाल्मीकि नगर, झंझारपुर, किशनगंज, सुपौल, कटिहार, पूर्णिया और गया हैं। इनमें नवादा, वैशाली, सुपौल, मुंगेर लोकसभा सीट बीजेपी कभी नहीं जीती है।

 

सूत्रों के मुताबिक, झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से भाजपा अपने सहयोगी AJSU के लिए एकमात्र गिरिडीह सीट छोड़ेगी। बाकी 13 सीटों पर वह खुद चुनाव लड़ेगी। पहली लिस्ट में 2019 में हारी हुई राजमहल और पश्चिमी सिंहभूम सीट पर प्रत्याशी का ऐलान हो सकता है।

 

 

पंजाब में लोकसभा की कुल 13 सीटें हैं। भाजपा यहां अपने पुराने सहयोगी अकाली दल को NDA में शामिल कराना चाहती है। दोनों के बीच बातचीत भी चल रही है। अभी सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान होल्ड किया गया है। पटियाला सीट से पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर का नाम तय माना जा रहा है, लेकिन उन्होंने औपचारिक तौर पर भाजपा जॉइन नहीं की है।

 

 

चंडीगढ़ की एकमात्र लोकसभा सीट से फिलहाल किरण खेर भाजपा की सांसद हैं, लेकिन वे सक्रिय नहीं हैं। भाजपा उनकी जगह कंगना रनोट या पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह को मैदान में उतार सकती है। हालांकि युवराज के भाजपा जॉइन करने के बाद ही इस पर फैसला हो पाएगा।

 

 

हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर भाजपा की तरफ से 5 से 6 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा हो सकती है। इसकी वजह ये है कि लोकसभा चुनाव में संभावित नामों को लेकर हरियाणा भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति की गुरुवार को पहली बैठक हो चुकी है। इस बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रभारी बिप्लब देब के साथ पार्टी अध्यक्ष नायब सैनी मौजूद थे।

 

 

 

पार्टी सूत्रों का कहना है कि पहली लिस्ट में हरियाणा से 5 से 6 नाम सामने आ सकते हैं। बाकी के नाम केंद्रीय चुनाव समिति की ओर से जारी की जाने वाली दूसरी लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। 20 ऑब्जर्वर की ग्राउंड सर्वे रिपोर्ट में सभी मौजूदा सांसदों के नाम प्रत्याशी लिस्ट में पहले नंबर पर रखे गए हैं।

 

 

हिमाचल में अभी सियासी उथल-पुथल मची हुई है। कांग्रेस सरकार में ही घमासान मचा हुआ है। भाजपा भी अभी कांग्रेस सरकार को घेरने में जुटी हैं। ऐसे में यहां उम्मीदवारों के नाम घोषित होने की उम्मीद कम है। हालांकि हमीरपुर संसदीय सीट से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का नाम लगभग तय है।

 

 

 

इसके अलावा प्रदेश की अन्य तीन सीटों कांगड़ा-चंबा, मंडी और आरक्षित शिमला संसदीय सीट पर अभी तक भाजपा उम्मीदवारों के बारे में कुछ स्पष्ट तस्वीर नहीं है। मौजूदा समय हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की कुल चार सीटों में से हमीरपुर, कांगड़ा और शिमला तीन सीटें भाजपा के पास है, जबकि मंडी सीट बीते उपचुनाव में कांग्रेस की प्रतिभा सिंह ने जीत ली थी।

 

 

असम की 14 लोकसभा सीटों पर भाजपा का सहयोगी दलों से समझौता हो गया है। भाजपा असम में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि दो सीटों पर असम गण परिषद (AGP) और एक सीट पर यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) उम्मीदवार उतारेगी। AGP बारपेटा और धुबरी, तो UPPL कोकराझार से कैंडिडेट उतारेगी।

 

पार्टी को केरल और तेलंगाना में सीटों को लेकर कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि आंध्र प्रदेश में TDP और जनसेना, तमिलनाडु में AIADMK को फिर से NDA में लाने पर अभी बातचीत चल रही है। इन राज्यों की सीटों को फिलहाल होल्ड पर रखा गया है। अगर गठबंधन पर बात बनी तो पार्टी उसी आधार पर सीटों का बंटवार करेगी, वर्ना अकेले मैदान में उतरेगी।

 

 

 

इस बार भाजपा लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा महिला प्रत्याशी उतारने की तैयारी में है। बुधवार (28 फरवरी) को पार्टी के कोर ग्रुप की बैठक में इस पर भी सहमति बनी। बैठक में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी सहित रिकॉर्ड संख्या में महिलाओं को कहां से उतारा जाए, इस पर भी मंथन हुआ।

 

 

एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इस बार महिला प्रत्याशियों की संख्या पिछली बार से 33% ज्यादा होगी। 2019 में 53 महिलाएं भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव में उतरी थीं। 33% ज्यादा के हिसाब से 70 महिलाओं को टिकट मिल सकता है। इससे पहले कोर ग्रुप की बैठक में 23 राज्यों के संभावित प्रत्याशियों की सूची रखी गई। नए चेहरों पर भी चर्चा हुई।

 

सूत्रों की मानें तो भाजपा 10 मार्च तक 50 फीसदी लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर सकती है। 2019 के चुनाव में भी पार्टी ने यही किया था। पिछली बार लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा से कुछ हफ्ते पहले भाजपा ने 21 मार्च को 164 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया था।

 

 

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