बकेवर, फ्तेहपुर। बकेवर थाना व विकास खण्ड देवमई के मुसाफा ग्राम में 41वें वर्ष हो रही विशाल रुद्र महायज्ञ एवं रासलीला भव्य आयोजन हो रहा है। यज्ञ में प्रतिदिन प्रसादी भंडारा चल रहा है। दूर दराज से लोगों को प्रसादी खिला छकाया जा रहा है। सोमवार को बटुकों का सामूहिक यगोपवीत संस्कार कराया जाएगा । मंदिर में भक्तों द्वारा रुद्राभिषेक रोजाना कराया जा रहा है । दूर दूर से लोग बाबा,और लीला के दर्शन करने आ रहे हैं। संतो का आगमन हो चुका है । यज्ञाचार्य शिवाकांत शास्त्री और आचार्याे के साथ यजमान आशीष से पत्नी देवता पूजन के साथ यज्ञ में लगातार वेद मंत्रोच्चारण के साथ हवन कर रहे है। यज्ञ के छठे दिन (रविवार) को वृंदावन से पधारे रासलीला मंडली के मुखिया अनिल तिवारी के कलाकारों ने शनिवार रात्रि को भक्तवती मीराबाई की भक्तिमय लीला का मंचन किया । रविवार को 2 बजे से शाम 5रू30 तक रावण प्रतिज्ञा का मंचन किया गया । सीता स्वयंवर होने के पश्चात रावण क्रोधित होकर ये प्रतिज्ञा करता है कि सीता तू मेरी न हो सकी तो फिर भी मैं तुझे लंका अवश्य दिखाऊंगा। मायूस होकर जनक स्वयंवर को समाप्त करने की बात करते है, जिस पर लक्ष्मण क्रोधित होकर शिव धनुष तोड़ने के आज्ञा मुनि विश्वामित्र से मांगते है, लेकिन विश्वामित्र राम को शिव धनुष तोड़ने को कहते है। श्रीराम शिव धनुष को तोड़ देते हैं। परशुराम को जब पता चलता है कि राम ने धनुष को तोड़ दिया तो क्रोधित होकर अपने फरसे से मारने की बात कहते हैं। लक्ष्मन व परशुराम के बीच तीखा संवाद होता है। इस दौरान राधे शुक्ला, अमित तिवारी, शुभम अवस्थी, आशीष मिश्रा, मनू, गौरव ,संजय, प्रतीक, कृष्णा अवस्थी, प्रशांत, दीपक, प्रांजुल, अनुभव, आकाश, आदि रहे।