फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ में एक छोटी सी भूमिका निभाकर अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता इश्वाक सिंह इन दिनों अपनी फिल्म ‘बर्लिन’ को लेकर सुर्खियों में हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरने के बाद इस फिल्म का हाल ही में मुंबई में आयोजित रेड लॉरी फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर हुआ और तब से ही ये फिल्म लगातार चर्चा में बनी हुई है। इश्वाक सिंह अपनी इस फिल्म को लेकर खासे उत्साहित हैं और उन्हें उम्मीद है कि ये फिल्म उनके अभिनय करियर में एक नया मील का पत्थर साबित होगी।
इश्वाक सिंह कहते हैं, ‘फिल्म ‘बर्लिन’ में बहुत सारी बारीकियां और संदर्भ हैं, जो लोगों को प्रवासी या विदेशी लोगों की तुलना में अधिक मिलते हैं। फिल्म में मेरी अपनी भी बहुत सारी पुरानी यादें हैं।’ यह फिल्म एक जासूसी थ्रिलर है और इसमें इश्वाक ने एक बहरे आदमी की भूमिका निभाई है।
फिल्म ‘बर्लिन’ में अपने किरदार के बारे में जिक्र चलने पर इश्वाक सिंह बताते हैं, ‘हो सकता है कि यह हर समय मेरे दिमाग में नहीं गूंज रहा हो, लेकिन जिस समुदाय का मैं इस फिल्म में प्रतिनिधित्व कर रहा हूं, उसके प्रति सम्मानजनक होना मेरे लिए महत्वपूर्ण है। फिल्म करते समय भी मैं उस स्तर पर पहुंचना चाहता था, जहां संकेतों के जरिये संवाद करना मेरा पसंदीदा तरीका हो। यह जानना काफी मार्मिक था कि बधिर समुदाय की दुर्दशा क्या है।’
इश्वाक सिंह कहते हैं, ‘फिल्म ‘बर्लिन’ में ये किरदार करने का असली सुख उन्हें तब मिला जब दर्शकों में मौजूद कुछ ऐसे लोगों ने मेरी सराहना की, जो सुन नहीं सकते थे। लंदन और लॉस एंजिलिस में मुझे ऐसे लोगों से मिलना याद है, जो कहानी की असलियत फिल्म में दिए गए संदेश से प्रभावित थे।’ इश्वाक सिंह मानते हैं कि ‘पाताल लोक’, ‘रॉकेट बॉयज’ और अब ‘बर्लिन’ ऐसी कहानियां हैं, जिनमें वह सोलो हीरो नहीं हैं।
दो हीरो वाली कहानियों के दौर के बारे में इश्वाक सिंह कहते हैं, ‘यहां हमेशा दो व्यक्तियों की बात होती है। मैं कह सकता हूं कि रोमांस की जगह मेरे पास ब्रोमांस है। मेरे लिए किसी भी फिल्म या सीरीज में जो बात सबसे ज्यादा मायने रखती है, वह है इसकी कहानी। एक बार ये पसंद आ जाए, तो फिर मेरे लिए ये बात कोई मायने नहीं रखती कि मैं इसका सोलो हीरो हूं या फिर इसमें एक से ज्यादा हीरो है’।
अपनी अब तक की अभिनय यात्रा से इश्वाक काफी संतुष्ट हैं। वह बताते हैं, ‘यह एक कठिन यात्रा रही है, लेकिन यही वह यात्रा है जो मैं चाहता था। मैं छोटी शुरुआत करना चाहता था और धीरे-धीरे ऊपर आना चाहता था। यह संभवतः इसलिए भी है, क्योंकि मेरे पास जिस तरह के रोल मॉडल हैं, वे सभी इस यात्रा से गुजरे हैं, यहां तक कि शाहरुख खान भी।’