सीपीएस में मातृ दिवस पर माँओं ने बिखेरे जलवे बच्चों के लिए बनीं प्रेरणा

फतेहपुर। शहर के स्थानीय चिल्ड्रेन पब्लिक स्कूल में आज मातृ दिवस के उपलक्ष्य पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यतिथि विद्यालय की डायरेक्टर इंजी. प्राची श्रीवास्तव, प्रबन्ध तन्त्र की ओर से संजय श्रीवास्तव, रेखा श्रीवास्तव, अनुराधा श्रीवास्तव, बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर रूपेश दुबे, विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ पद्मालया दास चैधुरी, हेड मिस्ट्रेस रीना शुक्ला, आशुतोष पाण्डेय, लालजी श्रीवास्तव, तबस्सुम सिद्दीकी ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। नन्हें मुन्नों ने आए हुए अतिथियों, को पुष्प गुच्छ भेंट कर व रोली अक्षत लगाकर स्वागत और अभिनन्दन किया। स्वागत है आपका गीत गाकर नन्हे-मुन्ने बच्चों ने आए हुए अतिथियों का जोरदार स्वागत किया । रंगारंग कार्यक्रमों के दौर में महेन्द्र का मेरी मां गीत कर्णप्रिय रहा। मिस ऑनद्रिला द्वारा निर्देशित नन्हे-मुन्ने का नृत्य जीना जीना रे दर्शकों को भावविभोर कर गया । कक्षा 3 की अंशिका की मां अर्चना द्विवेदी, कक्षा 5इ की शिवन्या की मां रश्मि, और मिस प्रियंका के मनमोहक नृत्य ने सबके हृदय को छू लिया । प्राची मौर्या द्वारा तैयार किया नन्हे- बच्चों का मैश अप नृत्य मेरी मां के बराबर कोई नही से विद्यालय प्रांगण तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। शिक्षक मयंक भास्कर, आशीष, प्रशान्त और नन्हें मुन्नों का मैश अप गीत दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर गया। माताओं के मध्य विशेष प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें रंगोली प्रतियोगिता में श्वेता प्रथम, सोनी द्वितीय, शालिनी वर्मा तृतीय स्थान पर रहीं। साथ ही सलाद व फल सजाने की प्रतियोगिता में खुशबू प्रथम, आकांक्षा द्वितीय, बीना तृतीय स्थान पर रहीं, वहीं संजू व अनीता को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने विद्यालय निदेशक व प्रबन्ध तंत्र द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन पर भूरि भूरि सराहना करते हुए कहा प्रतिस्पर्धा के दौर में हम अपने भारतीय संस्कारों व संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं, विद्यालय में इस प्रकार के कार्यक्रमों द्वारा बच्चों में अच्छे संस्कार एवं नैतिकता की पूर्ण शिक्षा देने का निरंतर प्रयास किया जाता है जोकि नितांत आवश्यक भी है। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों की प्रथम पाठशाला उसका परिवार और उसकी प्रथम शिक्षिका मां होती है मां की ममता और पिता का अनुशासन किसी भी मनुष्य के व्यक्तित्व निर्माण में अहम भूमिका निभाता है माता पिता के प्रति सम्मान और प्रेम की प्रेरणा देते हुए उन्होंने सभी माताओं को मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने बच्चों के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में उनके सराहनीय योगदान व माताओं को शानदार कार्यक्रमों की प्रस्तुति के लिए प्रशंसा करते हुए ढेर सारी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं सहित अभिभावक/माता-पिता, बच्चे, ऑफिस स्टॉफ व कर्मचारीगण कार्यक्रम में सहयोग करते हुए कार्यक्रम को निरंतर गति प्रदान करते रहे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.