जहानाबाद, फतेहपुर। जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं ने मतदान के महापर्व पर बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया इस दौरान प्रथम बार मतदान करने वाले युवाओं से लेकर दिव्यांग बुजुर्गों ने भी मतदान पर अपनी हिस्सेदारी निभाते नजर आए क्षेत्र के ग्राम चिल्ली के मतदान केंद्र पर पूर्व मंत्री इंद्रजीत कोरी ने अपने परिवार के साथ मतदान किया नगर पंचायत अध्यक्ष आबिद हसन ने अपने परिवार के साथ कस्बे के मंडी समिति बूथ पर मतदान किया ग्राम कौह में पूर्व विधायक आदित्य पांडे ने अपने परिवार संग मतदान केंद्र पहुंचे मतदान किया सपा प्रत्याशी नरेश उत्तम पटेल ने अपने ग्राम लहुरी सराय पर जाकर मतदान किया जगह-जगह उत्साह से लबरेज मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया पूरे विधानसभा क्षेत्र में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें देखी गई जैसे ही सुबह मतदान केंद्र पर भारी भीड़ थी तो वहीं दोपहर में मतदान केंद्र पर सन्नाटा पसरा नजर आया। जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सरायहोली बूथ संख्या 139 पर बूथ कैपचरिंग की शिकायत पर भाजपा नेता पहुंचे तो वहां के स्थानीय लोगों ने भाजपा नेताओं के समक्ष अभद्रता करने लगे जिसकी सूचना पाकर भाजपा प्रत्याशी साध्वी निरंजन ज्योति मौके पर पहुंच गई तथा घटना की जानकारी लेने लगी इसी दौरान भाजपा प्रत्याशी ने गांव के प्रधान वी एक पूर्व बीडीसी के ऊपर लोगों को उसका कर हमला करने का भी आरोप लगाया जिसकी शिकायत भाजपा प्रत्याशी साध्वी निरंजन ज्योति ने इलेक्शन कमीशन के अधिकारियों से भी करने की बात कही घटना की सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा, क्षेत्राधिकार सुशील कुमार दुबे, उपजिला अधिकारी बिंदकी सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया तथा घटना की जानकारी जुटाने लगी जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मेडापाटी के बूथ संख्या 197 एक महिला ने मतदान कर्मी पर आरोप लगाया तो उसका मतदान बताए गए प्रत्याशी के खिलाफ दूसरे प्रत्याशी को दे दिया है जिस पर निर्वाचन आयोग ने तत्काल मामले की जानकारी हासिल किया जहानाबाद विधानसभा में कई बूथ में साइकिल दौड़ती दिखाई तो तमाम बूथों में कमल खिलता नजर आया जहां एक ओर तिरहर क्षेत्र में कमल अपनी खुशबू फैलता नजर आया तो वही जहानाबाद कस्बे सहित तमाम बूथों पर साइकिल भाजपा प्रत्याशी को जोरदार टक्कर कर देती नजर आई बहुजन समाज पार्टी चुनाव को त्रिकोणीय बनाने का अथक प्रयास किया किंतु बसपा कैडर के पदाधिकारी कई बूथ में नहीं नजर आए जिससे बसपा के मूल वोटरों पर हताशा भी नजर आई।