प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को लोकसभा चुनाव प्रचार के समाप्त होने के बाद कन्याकुमारी का दौरा करेंगे। यहां वे स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाए गए स्मारक रॉक मेमोरियल में ध्यान लगाएंगे। भाजपा नेताओं ने मंगलवार को बताया कि वह 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तक ध्यान मंडपम में ध्यान करेंगे। माना जाता है कि यहां विवेकानंद को ‘भारत माता’ के बारे में दिव्य दृष्टि प्राप्त हुई थी। प्रधानमंत्री ने 2019 के चुनाव अभियान के बाद केदारनाथ गुफा में इसी तरह का ध्यान लगाया था।
उन्होंने बताया कि जिस चट्टान पर प्रधानमंत्री ध्यान करेंगे, उसका विवेकानंद के जीवन पर बड़ा प्रभाव था और यह भिक्षु के जीवन में गौतम बुद्ध के लिए सारनाथ के समान ही महत्व रखता है। पूरे देश में घूमने के बाद विवेकानन्द यहीं पहुंचे थे और तीन दिनों तक ध्यान किया था। उन्होंने यहां विकसित भारत का सपना देखा था।
एक भाजपा नेता ने बताया कि उसी स्थान पर ध्यान करना स्वामी जी के विकसित भारत के दृष्टिकोण को जीवन में लाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस स्थान को पवित्र ग्रंथों में भगवान शिव के लिए देवी पार्वती के ध्यान के स्थल के रूप में भी जाना जाता है। यह स्थान भारत का सबसे दक्षिणी छोर है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि यह वह जगह है, जहां पूर्वी और पश्चिमी तटरेखाएं मिलती हैं। यह हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का मिलन बिंदु भी है। एक नेता ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी जाकर राष्ट्रीय एकता का संदेश दे रहे हैं। यह तमिलनाडु के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता और स्नेह को भी दर्शाता है।