फतेहपुर। जिला पर्यावरण समिति की बैठक महात्मा गांधी सभागार कलेक्ट्रेट में मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने पर्यावरण से संबंधित ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट, कंस्ट्रक्शन एवं डिमोलिशन वेस्ट प्रबंधन, जैव चिकित्सा अपशिष्ट, प्रतिबंधित पालीथीन, सिंगल यूज प्लास्टिक आदि बिन्दुओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होनें कहा कि नगर पालिका परिषद/नगर पंचायतों में नियमित साफ-सफाई, कूड़े का उठान समय से कराये, नगर पालिका/नगर पंचायत क्षेत्रों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और निगरानी बनाये रखने के निर्देश अधिशाषी अधिकारियों को दिये। नगर पालिका/नगर पंचायतों में निर्माणाधीन एमआरएफ सेंटर का कार्य शेष है जल्द से पूरा कराते हुए उपकरण लगाते हुए एमआरएफ सेंटर में कूड़ा का निस्तारण की कार्यवाही की जाय। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक जब्तीकरण अभियान में तेजी लाये साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक को न उपयोग करने के लिए नागरिकों को जागरूक करें एवं दुकानदारों को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने की चेतावनी भी देने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी कार्यवाही पूरी करते हुए नाले की साफ सफाई कराना सुनिश्चित करें। साथ ही नाले की जाली की भी सफाई कराए। जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निस्तारण नियमानुसार कराए और इसकी निरंतर निगरानी बनाए रखे। उन्होंने कहा कि 2024-25 के लिये वृक्षारोपण का शासन द्वारा विभागों को पौधरोपण का लक्ष्य आवंटित कर दिया गया है, जिन विभागो की कार्ययोजना पौधरोपण हेतु नही प्राप्त हुई है यथाशीघ्र अपनी कार्ययोजना बनाकर दे दे। जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में कहा की जन जागरूकता, गंगा के किनारे वनीकरण, घाटों की साफ सफाई, 05 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाए जाने, 10 जून को भूजल दिवस मनाए जाने, गंगा दशहरा आदि बिंदुओं की विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी न्यायिक धीरेन्द्र प्रताप, प्रभागीय वनाधिकारी रामानुज त्रिपाठी, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी, उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, ए0आर0टी0ओ0, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, डी0सी0 मनरेगा, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत, गंगा सुरक्षा समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र शरन सिम्पल , क्षेत्रीय रेंजर सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।