फैजाबाद की सीट भी नहीं बचा पाई भाजपा
आगरा। न्यूज़ वाणी। 2019 के चुनाव में भाजपा ने मध्य यूपी में 24 सीटों में वाइस सिटी जीती थी लेकिन इस बार उसे तेरा सीटों को नुकसान हुआ और कांग्रेस को तीन और सपा को 11 सीटों का फायदा मिला। जिस तरह भाजपा ने फैजाबाद में राम मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा की थी लोगों के बीच एक माहौल बनाया था। लेकिन भाजपा वहां पर जीरो पर रही। राम मंदिर के आसपास की सभी लोकसभा सीटें भी बीजेपी हार गई।और यहां तक की अयोध्या मंडल की फैजाबाद सीट भी बीजेपी नहीं बचा पाई। भाजपा ने अयोध्या में लल्लू सिंह को उतारा वहीं सपा के दलित प्रत्याशी अवधेश प्रसाद ने 50000 मतों से लल्लू सिंह को पराजित कर दिया। वही हम बात करते हैं इसी मंगल की सबसे चर्चित सीट अमेठी जहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भाजपा प्रत्याशी को कांग्रेस के कल शर्मा ने बुरी तरह से पराजित किया। वही बाराबंकी के भाजपा प्रत्याशी राजरानी रावत को कांग्रेस के तनुज पुनिया ने दो लाख से भी ज्यादा मतों से बुरी तरह से हराया। अयोध्या मंडल के अंबेडकर क्षेत्र में पूर्व में चुनाव लड़ चुकी है बसपा से सांसद चुने गएभाजपा प्रत्याशी रितेश पांडे को भी सपा के लाल जी वर्मा ने हरा दिया। हम बात करते हैं अयोध्या मंडल की ही सुलतानपुर सीट पर आठवां सांसद रही मेनका गांधी नहीं जीती लेकिन रायबरेली में राहुल गांधी की भारी जीत ने दिखा दिया की सभी वर्गों का उन्हें भरपूर समर्थन मिला है। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ तर कांड में उपजे गुस्से का भाजपा शिकार हो गई सपा के उत्कर्ष वर्मा ने उनसे वह भी सीट छीन ली। अब बात करें धौरहरा में भाजपा की प्रत्याशी रेखा वर्मा की थोड़े से ही वोटो से सपा के आनंद भदौरिया से पराजित हो गई । अयोध्या मंडल की यदि सीतापुर सेट की बात करें राजेश वर्मा ने 5 साल तक जनता से दूर रहने का खाना जा अपनी सीट गंवाकर किया वहीं कांग्रेस को इसकी बढ़त मिली। बात करते हैं मोहनलालगंज सीट की तो वहां भी भाजपा सांसद कौशल किशोर की तोहर सपा के प्रत्याशी आर चौधरी ने 79000 मतों से पराजित किया। फतेहपुर में सपा प्रत्याशी नरेश उत्तम पटेल ने केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति को बुरी तरह से हराया यह भी एक चौक आने वाला तथ्य सामने आया। जिसका कारण सपा ने नामांकन के दो दिन में ही अपना प्रत्याशी बनाने का फैसला किया था। बात करते हैं कौशांबी सीट की, कौशांबी से भाजपा प्रत्याशी अनुभवी राजनीतिक दो बार रहे सांसद विनोद सोनकर को सपा के पुष्पेंद्र सरोज ने करारी हार दी। फर्रुखाबाद सिटी सपन आसानी से जीत ली यहां सपा के प्रत्याशी नगर किशोर चुनाव मैदान में थे और कानों से अखिलेश यादव की जबरदस्त जितने यह साफ कर दिया की धार्मिक ध्रुवीकरणके बजाय क्षेत्र में मानवीकरण ज्यादा प्रभावित रहा है भाजपा की सुरक्षित सीट इटावा मानी जाने वाली सीट भी अबकी बार सपा ने जीत ली। इसके पीछे जनता का कहना था की अखिलेश ने वहां पर उन क्षेत्रों में काफी काम किया जिसका प्रतिफल अखिलेश को मिला