बांदा। कहते हैं लोग गरीब होते हुए भी इमानदारी से जीना पसंद करते हैं उसी की जीती जागती मिसाल बबलू नामक ई रिक्शा वाले ने प्रस्तुत की
हुआ कुछ यों की कल रात में शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी जो न्यू मार्केट में लेडीज गारमेंट्स का व्यापार करतें हैं उनका घर जाते समय स्टेशन से ओवरब्रिज की तरफ जाते वक्त मोबाइल गिर गया जो काफी ढूंढने के बाद नहीं मिला उन्होंने अपने घर पहुंच करके उस मोबाइल पर कॉल किया जिसको बबलू नामक ईमानदार ई रिक्शा चालक ने रिसिव किया और बताया आपका मोबाइल ओवर बृज पर पड़ा मिला था जिसको उसने अपने पास रख लिया है आपका कॉल आने पर उसको मैंने रिसीव किया है और आपका मोबाइल कहां पहुंचना मैं पहुंचा देता हूं l
हरीश सचदेवा ने बताया कि मैं इस वक्त कालूकुंआ में हूं आप कहां पर उसने बोला कि मैं मार्केट में हूं मैं 10 मिनट में आपके पास आ रहा हूं थोड़ी देर में ही रिक्शा वाला आ गया और उसने हरीश सचदेवा को उनका मोबाइल दे दिया उसको देखकर सभी बहुत खुश हुए उस वक्त मैं सुनील सक्सेना पत्रकार भी वहां मौजूद था उसकी ईमानदारी को देखकर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसको गले लगा लिया। तुरंत उसका मुंह मीठा कराया और हरीश जी ने उसको पुरस्कार स्वरूप राशि दी अपने बच्चों के लिए जो भी आवश्यकता हो उनकी दुकान से मुफ्त में ले जाने के लिए कहा ताकि ईमानदारी बरकरार रहेl
कहते हैं ईमानदारी से काम करने वालों के सपने जरूर पूरे नहीं होते लेकिन नींद अवश्य पूरी होती हैl