लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अतिक्रमण हटाओ अभियान को एक बार फिर तेज कर दिया गया है। लोकसभा चुनाव के दौरान इस अभियान पर रोक लगी थी। अब एक बार फिर कुकरैल की जमीन पर बसे अकबरनगर में एलडीए का बुलडोजर गरजने लगा है। गलियों तक बुलडोजर ले जाने के लिए सबसे पहले कॉमर्शियल इमारतें तोड़ी जा रही हैं। सोमवार सुबह सात बजे से ही अभियान शुरू कर दिया गया। अभियान के दौरान पल-पल की निगरानी के लिए सड़क और गलियों में 35 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जा रही है।
अकबरनगर प्रथम और द्वितीय में करीब 1100 आवासीय अवैध निर्माण हैं। वहीं, अयोध्या रोड के दोनों ओर 101 बड़े शोरूम थे। इनमें से 25 इमारतें पहले ही ध्वस्त की जा चुकी हैं। बाकी इमारतें अब भी खड़ी हैं। गलियों में बुलडोजर ले जाने के लिए सबसे पहले इन इमारतों को ध्वस्त किया जा रहा है। इसके साथ ही पीछे के रास्ते से भी बुलडोजर ले जाने की तैयारी की गई है।
अकबरनगर में पिछली बार 10 मार्च को कार्रवाई के दौरान बवाल हुआ था। उपद्रवियों ने अवैध निर्माण तोड़ने में लगी पोकलेन मशीन तोड़ दी थी। इसके साथ ही सड़क पर लगे कैमरों को तोड़ने के साथ पथराव भी किया था। इसमें एलडीए और पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इसे देखते हुए एलडीए ने निगरानी के लिए 35 सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं।
अकबरनगर में छोटे-बड़े करीब 2000 मकान हैं। ये सभी मकान तोड़े जाएंगे। एलडीए अफसरों की मानें तो सभी मकानों को तोड़ने में करीब एक महीने का समय लगेगा। इसके साथ मलबा हटाने में 10 दिन का समय लगेगा। यह काम नगर निगम करेगा।
एलडीए टीम ने रविवार को भी पहले से टूटी इमारतों का मलबा साफ कर रास्ता बनाया। इस दौरान पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में लोग अपने घरों से सामान निकालते रहे। सोमवार सुबह से शुरू हुए अभियान को लेकर लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गई है। वहीं, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हर हाल में निर्देशों का अनुपालन कराया जाएगा।