प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन प्रांगण में लगभग 9000 लोगों की मौजूद होने का अनुमान था। जिसमें भारत के ही नहीं पड़ोस देश के शीर्ष नेता जैसे मालदीप के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइजजू ,बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ,श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रम सिंह ,मॉरीशस के प्रधानमंत्री अरविंद कुमार जगन्नाथ ,भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ,और सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद आसिफ इस समारोह में विशेष अतिथि रहे। राजनीतिक नेताओं और विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठित व्यक्तियों के अलावा ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों के साथ-साथ राष्ट्रपति भवन में नए सांसद भवन की निर्माण में शामिल सफाई कर्मचारी और मजदूरों ने भी मोदी और नये मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुमूर ने पद की शपथ दिलाई। 73 वर्ष की उम्र में पहली बार मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने ,फिर 2019 में प्रधानमंत्री बने ।और वाराणसी से लोकसभा के लिए फिर से चुने गए। हालांकि भाजपा के सहयोगी दलों में इस बार अपने दम पर बहुमत नहीं मिला ,लेकिन जेडी नेता एचडी कुमार स्वामी, एचएएम सेकुलर प्रमुख जीतन राम मांझी ,जेडीयू नेता ललन सिंह और टीडीपी के राममोहन नायडू नेवी मंत्री पद की शपथ ली वहीं कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मलिलकार्जुन थे।खबर यह भी है विपक्षी नेता समारोह में शामिल नहीं हुए। वही उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड, भारत के मुख्य न्यायाधीश डी लाई चंद्रचूड़, टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू, जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार मौजूद थे। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान और रजनीकांत उद्योगपति मुकेश अंबानी ,गौतम अडानी भी शामिल हुए। कांग्रेस उसके सहयोगी दल ने उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे अपने गढ में भाजपा को झटका देने के लिए एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ी। हालांकि उनकी विशाल राजनीतिक उपस्थिति का एक सम्मान है कि भाजपा की 240 सीटों की तीसरी सबसे अच्छी संख्या को पार्टी के उत्साही समर्पण द्वारा निराशा के रूप में देखा जा रहा है ।कांग्रेस द्वारा इस नैतिक हार के रूप में मानती है जिसकी अपनी खुद की तीसरी बार सबसे खराब 99 सीटों की संख्या रही। विपक्षी पार्टी द्वारा स्वागत किया गया। पंडित जवाहरलाल नेहरू की बात लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री का सौभाग्य अगर प्राप्त हुआ है तो नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री की शपथ ग्रहण के साथ ही साथ वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह ,अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण और जय शंकर ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। हालांकि वह अपने दूसरे कार्यकाल में भी वरिष्ठ पदों पर रहे हैं ।पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा 5 साल बाद कैबिनेट में फिर वापस लौटे हैं ।जबकि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिराव सिंधिया ,धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव जब पहले भी राज्यसभा में थे ,लेकिन अब लोकसभा के लिए चुने गए को मंत्री के रूप में रखा गया है। असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल अश्विनी वैष्णव वीरेंद्र कुमार प्रहलाद जोशी गिरिराज सिंह आदमी मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।