बूंदी जिले के सिलोर गांव में 11 हजार केवी विद्युत लाइन को शटडाउन करके काम रहा संविदा पर लगा हेल्पर सप्लाई शुरू होने से इसकी चपेट में आ गया, जिससे गंभीर हालत में उसे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। युवक की मौत के बाद परिजन जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने, मृतक की पत्नी को नौकरी और दोनों लाइनमैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
कलेक्ट्रेट के मुख्य मार्ग धरने की सूचना पर जिला प्रशासन और विद्युत विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जहां विद्युत विभाग द्वारा मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिए जाने पर सहमति बनी। इसके बाद जाकर परिजनों ने युवक का पोस्टमार्टम करवाया।
धरना लगाकर बैठे परिजनों ने बताया कि मृतक ओमप्रकाश कुशवाहा सिलोर गांव का रहने वाला था और ग्राम सिलोर में छीतरलाल पुत्र मांगीलाल के खेत पर नई लाइन पर शटडाउन लेकर लाइनमैन मुकेश मीणा व प्रमोद वर्मा के साथ 11 हजार केवी लाइन में काम कर रहा था। इसी बीच डिस्कॉम के लाइनमैन मुकेश मीणा व प्रमोद वर्मा ने लापरवाही बरतते हुए हेल्पर से बिना पूछे लाइन चालू कर दी। जिससे ओमप्रकाश करंट की चपेट में आ गया, जिसे इलाज के लिए कोटा अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इसके बाद सुबह ग्रामीण और परिजनों ने बूंदी कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना दे दिया और जिला प्रशासन को मौके पर बुलाने की मांग की। सूचना पर तहसीलदार अर्जुनलाल मीणा ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों और मृतक के परिजनों से ज्ञापन लेकर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया। साथ ही विद्युत विभाग के अधिकारी ने भी 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही। परिजनों ने मामले की रिपोर्ट सदर थाना पुलिस को देकर दोनों लाइनमैन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।