जहानाबाद में बेखौफ माफिया जेसीबी से गहरी मिट्टी खुदाई कर रहे सप्लाई

 

-राजस्व का बट्टा लगाते हुए विभागीय कमियों से जारी मिट्टी का अवैध खनन
जहानाबाद, फतेहपुर। न्यूज़ ग्रुप और सोशल मीडिया सहित समाचार पत्र के माध्यम से लगातार क्षेत्र में हो रही मिट्टी खनन से संबंधित खबर होती आ रही है प्रकाशित से तिलमिलाए कारोबारी, जहानाबाद क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन की खबर को आम जनता के सामने प्रकाश में लाए जाने से नाराज खनन माफिया पहले तो एक दूसरे या छुटभैया नेताओं से फोन कराकर खनन से संबंधित चल रही खबर को नहीं ओपन करने की कर रहे थे बात, फोन कॉल के द्वारा कराई गई सिफारिश व बनाए गए दबाव में खनन माफिया का प्रयास नहीं हो पा रहा सफल, क्षेत्रीय जिम्मेवारो की लापरवाहियों से खनन माफिया दबंगई से करते आ रहे हैं अवैध रूप से मिट्टी खनन। जो शाम ढलते ही सूर्याेदय तक रात्रि के अंधेरे में धरती मां का सीना चीरने का काम क्षेत्र से मकरौली, सरांयहोली, बाराबीघा, द्वारिकापुर जट्ट, घनश्यामपुर किला, मिर्जापुर मकरंदपुर, पनिया नाला, कापिल रोड, रोशनपुर, कोरीपुर, रिंद नदी किनारा क्षेत्र व कोड़ा किला, बुढ़वा, पपरेन्दा , रोटी, कृपालपुर, बचनीपुर आदि सहित अनेकों क्षेत्र में कई-2 जगह कारोबारी अपने चिन्हित स्थानों पर धड़ल्ले से दबंगई पूर्वक जेसीबी की गड़गड़ाहट में 6 से 8 से 10 फुट व उससे अधिक की गहराई में खुदाई पूर्व दिनों से करते आ रहे हैं, जिसकी फोटो व वीडियो समय-समय पर वायरल होती आ रही है।जो मिट्टी खुदाई करके भारी वाहनों के द्वारा महंगे दामों पर मिट्टी सप्लाई कर तालाबी नुमा जमीन बनाकर बड़े बड़े तलाबीनुमा जमीनो पर पुराई का ठेका लेकर हजारों ट्रालियों से पुराई कर चुके है और पुराई अभी भी जारी किए है, जो विभागीय लापरवाहियों से भारी मात्रा में राजस्व का नुकसान कर रहे हैं। जिसकी बारीकी से उच्च अधिकारियों द्वारा जांच हो जाए तो खनन से संबंधित बड़ी पोल खोल सकती है। बीते कुछ दिनों से जहानाबाद क्षेत्र में कापिल रोड, पनिया नाला, सरांय होली, मकरौली, मिर्जापुर में खनन कार्य जारी होने के बारे में बताया जा रहा है, जिस पर वर्तमान पनिया नाला मिट्टी खुदाई का हब बना है। अब इसी में खनन माफिया षड्यंत्र रचते हुए अपना गिरगिट की तरह रंग बदल खबर प्रकाशन कर्ताओं को ही फर्जी षड्यंत्र से आरोप लगाना शुरू किया है। जिसमें सूत्रों की मानें तो कहा जाता है कि खनन के नाम पर 300 रुपए मांग कर रहे हैं। अब ऐसे में अवैध खनन माफियाओं को क्या कहा जाए? और जिम्मेवार विभागीय अधिकारी व क्षेत्रीय अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा मिट्टी खनन पर कड़ी प्रतिक्रिया नहीं होने से इनके दिन प्रतिदिन हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। जिससे वह धड़ल्ले से क्षेत्र में अवैध रूप में मिट्टी का खनन का कार्य शुरू किए रहते है। ऐसा लगता है कि रात में जेसीबी मशीन की आवाज की गूंज व परिवहन कर रहे वाहनों की आवाज जिम्मेवारो तक नहीं पहुंचने के साथ दिख भी नहीं रही है। वहीं क्षेत्रीय नागरिकों का कथन है कि रात में चलने वाले मिट्टी भरे वाहनों के आवागमन से क्षेत्र के पक्के व कच्चे मार्ग ध्वस्त होते जा रहे है। क्षेत्र में सीएम योगी आदित्यनाथ के कड़े फरमानों का तहसील बिन्दकी व जहानाबाद क्षेत्र में अनुपालन नहीं दिख रहा है , खनन माफियाओं की सांठगांठ व कुछ सफेद पोशाक धारी सहयोगी नेताओं से मिलकर जो मिट्टी खनन माफियाओं का कारोबार दिन प्रतिदिन फल-फूल रहा है और भारी मात्रा में राजस्व का नुकसान करते हुए कलमकारों को फर्जी में बदनाम किया जा रहा है, यह उनका अनोखा तरीका आमतौर पर नागरिकों को महसूस हो रहा है। जिस पर अब अवैध खनन के विरुद्ध विभागीय व क्षेत्रीय अधिकारियों के द्वारा खनन पर जांच करते हुए कार्रवाई होना बहुत उचित ही होगा। क्योंकि खनन कर्ताओं के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं जो कहते हैं कि कोई भी फोटो या वीडियो बनाएं उस पर आत्मघाती हमला या फिर वाहन से घायल कर देने की अब बात करने लगे हैं! अब ऐसे में यह कैसे कहा जा सकता है कि वर्तमान केंद्र व प्रदेश सरकार सहित माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों में कलमकारों की सुरक्षा हेतु बीच-बीच में आदेश निर्गत होते रहते हैं कि पत्रकार बिना भय के क्षेत्रीय खबरों को कवर करके समाज के सामने सही तथ्य को प्रकाश में लाने हेतु सुरक्षित रहे, पत्रकारों के साथ गलत – भेदभाव या प्रताड़ित करने पर कड़ी धाराओं में कार्रवाई करने का भी पुलिस विभाग को फरमान जारी होने के बावजूद माफियाओं में कोई भय नहीं है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.