योग और ध्यान से होता है जीवन में पूर्णता का समावेश

फतेहपुर। नगर स्थित महर्षि विद्या मन्दिर, में 10वाँ अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का महर्षि विश्व शान्ति आन्दोलन के तत्वावधान में आयोजन किया गया स इस अवसर पर प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि आज का दिन शाश्वत वैदिक ज्ञान की पताका फहराने का दिन हैस हमारे ऋषि मुनियों के त्याग के परिणाम स्वरूप योग एवं ध्यान भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में प्रचलित हुआद्य वर्तमान प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों से योग को आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलीद्य ध्यान योग को दिन विशेष तक ही नही अपितु प्रत्येक दिन करने से ही लाभ होता है। योग शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य का प्राकृतिक चिकित्सा विज्ञान है। व्यक्ति को समष्टि की ओर ले जाने का एक साधन है। योग के आठ अंगो पर प्रकाश डालते हुये बताया कि यम, नियम, आसन, प्राणायाम व प्रत्याहार बहिरंग तथा धारणा, ध्यान और समाधि अंतरंग साधन है। योग का प्रभाव व्यक्ति के विचार व्यवहार और कार्य में परिलक्षित होता है। योग कर्म में कुशलता प्राप्त करने का एक सरल साधन है। (योगः कर्मषु कौशलम्) इस अवसर पर प्रधानाचार्य, शिक्षकों एवं छात्रों ने अनुलोम विलोम, सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन और भुजंग आसन का योगाचार्य महेन्द्र व राजेश मिश्रा द्वारा सामूहिक अभ्यास कराया गया। कार्यक्रम का समापन भावातीत ध्यान से हुआ।

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.