-भाजयुमो ने काले दिवस पर कांग्रेस को बताया देश के लिए नासूर
-भारतीय राजनीति के लिए आज का दिन काला धब्बारू मधुराज
फतेहपुर। आज भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आपातकाल दिवस को भारतीय लोकतंत्र के काले दिवस के रूप में मनाया गया। शहर के चित्रांश नगर स्थिति चिल्ड्रन पब्लिक स्कूल में आयोजित उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी रहे। उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 को इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पूरे देश में आपातकाल लागू कर लोकतंत्र की हत्या कर दी गई थी। प्रेस को सेंसर कर दिया गया था, विपक्ष के सभी बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया गया था। इस दिवस को पार्टी काला दिवस के रूप में पूरे देश में मना रही है। उन्होंने कहा की इमरजेंसी भारत के दामन में एक दाग की तरह है जिसे कभी भी मिटाया नहीं जा सकता। डिक्टेटरशिप की याद में इंदिरा गांधी का नाम नासूर की तरह हमेशा बना रहेगा। कहा की भाजपा ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक डा0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवम पं0 दीन दयाल उपाध्याय स्वतंत्रता भारत के पहले अमर बलिदानी राजनेता हुए जिन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। वहीं जिलाध्यक्ष मधुराज विश्वकर्मा ने कहा की आज का दिन भारतीय लोकतंत्र को नीचा दिखाने का काम करता है। वहीं डा मुखर्जी को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की मजबूती के लिए जनसंघ के रूप में नया राष्ट्रवादी राजनीतिक संगठन खड़ा किया। अपने लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देना स्वीकार किया। जिनके संकल्पों को आज का युवा पंख देने का काम कर रहा है। वही जिला महामंत्री भाजपा पुष्पराज पटेल ने भी कांग्रेस को कोसते हुए कहा की कांग्रेस भारत के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसका समाप्त होना ही देशहित में है। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री प्रसून तिवारी ने किया। इस अवसर पर जिला महामंत्री ऐश्वर्य सिंह चंदेल, जिला उपाध्यक्ष कोमल सिंह, विमलेश पाण्डेय, गौरव अग्रहरी, सावन गुप्ता, जिला मंत्री उदय प्रताप सिंह, कुलदीप मौर्य, शुभम त्रिपाठी, राज वर्धन सिंह, सत्यम बाजपाई, सुयश गौतम, आभाष मिश्र समेत मंडल अध्यक्ष किशन शुक्ला, आलोक सिंह, अभिषेक सिंह, सत्यम अग्रवाल, आयुष अग्रहरी, हिमांशु त्रिपाठी, जुगेश सिंह, सचिन पांडे, शिवम पांडे, मनीष दुबे, रोहित मौर्य, शिवम तिवारी, प्रशांत ओमर, विमल गुप्ता, गौरव गुप्ता, आशुतोष विश्वकर्मा, योगेंद्र अवस्थी, अनुभव शुक्ला, सचिन विश्वकर्मा, अजीत भदौरिया, आर्यन राजपूत, संदीप विश्वकर्मा, वैभव गुप्ता, विपुल सिंह, अभिषेक बाजपाई, राहुल विश्वकर्मा, राहुल गुप्ता आदि सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहें।