फतेहपुर। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चैहान के नेतृत्व में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया गया। जिसमें 11 सूत्रीय मांगों को प्रमुखता से उठाया गया और खागा तहसील के ग्राम पाई के रहने वाले रवि करन सिंह पुत्र स्वर्गीय जागेश्वर सिंह की घटना के बाबत बताते हुए उन्होंने कहा की रवि करन सिंह के द्वारा 18 जून की रात्रि को अपने गांव में आत्महत्या कर ली गई थी इसके बाद कांग्रेस कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल ग्राम पाई 26 जून को गया था। इस दौरान उन्होंने बताया कि स्वर्गीय रवि करन सिंह के घर पर उनकी पत्नी कुसमा देवी व पुत्र सुर्यपाल सिंह तमाम ग्राम वासियों की उपस्थिति में रवि करण सिंह की आत्महत्या किए जाने के प्रकरण की सच्चाई से अवगत कराया। उन्होंने कहा की कुसमा देवी पत्नी स्वर्गीय रवि करन सिंह के नाम ग्राम पाई में गाटा संख्या 411 रकवा लगभग तीन बीघा चार विश्वा कृषि योग्य जमीन राजस्व अभिलेखों में दर्ज है जिसके लिए 2012 से चकबंदी की प्रक्रिया चल रही है जो अभी पूर्ण नहीं है। उपरोक्त प्रकरण को लेकर रवि करन लगातार चकबंदी विभाग उप जिलाधिकारी को तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र देते रहे किंतु सही पैमाइश करके मौके पर रकबे के अनुसार नहीं दी गई और अधिकारियों के द्वारा फर्जी तरीके से निस्तारण किया जाता रहा। 15 जून को तत्कालीन उप जिला अधिकारी अतुल कुमार को प्रार्थना पत्र दिया गया जिस पर इन लोगों ने आरोप लगाया कि उप जिलाधिकारी खागा के द्वारा रवि करन सिंह को अपमानित किया गया। जिससे रवीकरन सिंह ने आत्महत्या कर लिया। जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने रवि करन सिंह के पारिवारिक जनों को 50 लाख रुपया मुआवजा दिए जाने की मांग किया। रवि करन सिंह के परिवार में एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की गई तथा विशेष जांच दल एसआईटी का गठन करके रवि करन सिंह की आत्महत्या प्रकरण में दोषी चकबंदी विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों व तत्कालीन उप जिलाधिकारी खागा अतुल कुमार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाकर जेल भेजा जाए। इसके साथी रवीकरन सिंह की पत्नी कुसमा देवी के नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज रकबे के अनुसार गांव के सरहद से सीमांकन करवाकर मौके पर कब्जा दिलवाया जाए। ज्ञापन देने वालों में शहर अध्यक्ष आरिफ गुड्डा, आशीष गौड, हेमलता, मोहसिन खान, राजन तिवारी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।