मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के रहने वाले थे। ये लोग कैला देवी के दर्शन करने के लिए बोलेरो कार से करौली गए थे। वहां से लौटते समय सोमवार शाम करीब पांच बजे करौली-मंडरायल मार्ग स्थित डूंडापुरा मोड़ के पास उनकी बोलेरो कार की ट्रक से जोरदार भिड़ंत हो गई। सूचना मिलने पर कलेक्टर नीलाभ सक्सेना, एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय भी दुर्घटना स्थल पहुंचे। मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के ढोढर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बलावनी से रावत समाज के लोग कैला देवी के दर्शन करने गए थे। उन्होंने कुछ दिन पहले ही सेकंड हैंड बोलेरो खरीदी थी। सभी कैला देवी से बोलेरो का पूजन कराकर गांव लौट रहे थे।
इसी दौरान ट्रक-बोलेरा की सीधी भिड़ंत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि बोलेरो में सवार दो बच्चों और 6 महिलाओं समेत नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि मृतकों के शवों को करौली अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए गए हैं। करौली के एसपी ब्रजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि करौली-मंडरायल मार्ग स्थित डूंडापुरा मोड़ के पास तेज रफ्तार कार और ट्रक की आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। दोनों वाहनों के टकराने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे।
पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, वाहन के अनियंत्रित होने से हादसा हुआ। बोलेरो में सवार लोग कैला देवी के दर्शन करके लौट रहे थे। मौके पर पुलिस ने सभी घायलों को करौली जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने नौ लोगों को मृत घोषित कर दिया। वहीं, 4 घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया। इनमें से एक महिला और एक बच्ची समेत तीन गंभीर घायलों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया है।
उन्होंने बताया कि मृतकों में सात लोग मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के रहने वाले थे। फिलहाल उनके नाम सामने नहीं आए है जबकि राजस्थान के दो लोगों की मौत हुई है। इनमें करौली जिले के सपोटरा के खिरकन गांव निवासी कटोरी पत्नी बृजमोहन और रंजीत उर्फ टिल्लू पुत्र बारेलाल मीणा शामिल हैं। घायलों में भी दो लोग श्योपुर के हैं। खिरकन गांव निवासी घायल मुस्कान और रंजीत को जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया है।