-चेहरे पर सेलो टेप चिपकाने के बाद दम घुटने से हुई थी मौत
फतेहपुर। मलवा थाना क्षेत्र में नौवर्षीय बालक की हुई हत्या का एसओजी और मलवा पुलिस ने खुलासा करते हुए मदरसे के दो मौलवियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेजा है। पुलिस लाइन में घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक उदय सिंह ने बताया कि बालक की कुकर्म के बाद हत्या की गई थी जिसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। एसपी ने बताया कि मलवा थाना क्षेत्र के बरौरा गांव का रहने वाला एक नौ वर्षीय बालक सौरा स्थित एक मदरसे में रहकर पढ़ाई करता था। 29 जून की शाम को वह मदरसे से लापता हो गया। बालक की माँ की तहरीर पर पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर बालक की तलाश कर रही थी तभी दूसरे दिन मदरसे के पास स्थित एक कुएं से बालक का हत्यायुक्त शव पुलिस ने बरामद किया था। घटना के खुलासे के लिए थानाध्यक्ष मुकेश सिंह और एस ओ जी प्रभारी विनोद सिंह को लगाया गया था। पुलिस टीम ने मदरसे के दो मौलवीयो दिलनाज निवासी खगजना पूर्णिया बिहार, रकीमुद्दीन निवासी धुसमल पूर्णिया बिहार को गिरफ्तार किया। एसपी ने बताया कि आरोपी रकीमुद्दीन व दिलनवाज मिलकर ग्राम सौरा में मदरसे का संचालन करते थे। मृतक मदरसे में लगभग ढाई माह पूर्व पढ़ने हेतु भेजा गया था। दिलनवाज मोबाइल में पोर्न वीडियो देखने का आदी है। 29 जून को जब मदरसे के सभी बच्चे बाहर खेलने के लिए गये थे तभी बालक को अकेला देखकर दिलनवाज उसे सीढ़ी के पास बने कमरे (गोदाम) में ले जाकर उसके साथ कुकर्म किया। इसी दौरान बालक बेहोश होकर गिर गया। दिलनवाज ने बालक के पूरे चेहरे पर टेप चिपका दिया ताकि वह होश में आने पर शोर न मचा सके। तथा रस्सी से उसके दोनो हाथ पीछे करके हाथ पैर बांध कर वही छोड़ दिया। जिससे दम घुटने से बालक की मृत्यु हो गयी। दिलनवाज ने घटना क्रम अपने जीजा रकीमुद्दीन को बताया तो रकीमुद्दीन जो मदरसे का मौलाना है अपने साले दिलनवाज को कुरान की कसम दी कि यह बात किसी को भी मत बताना नही तो मदरसे की बदनामी होगी। 29 जून की रात्रि जब सभी बच्चे सो गये तो दिलनवाज व रकीमुद्दीन ने बालक के शव को ठिकाने लगाने की योजना बनायी। बालक के शव को बोरी में भरकर मोटरसाइकिल से ले जाकर गांव के बाहर कुँए में फेंक दिया। एसपी ने बताया कि मदरसा के अन्य बच्चों के बारे में गहराई से सीडब्लूसी के माध्यम से छानबीन करायी जा रही है।