एक के बाद एक लगातार भारी बारिश की वजह से अलग-अलग तरह की घटनाएं सामने आ रही है। गुजरात के सूरत में बहुमंजिला इमारत गिरने से कई लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद झारखंड के देवघर में भी बड़ी घटना सामने आई है। यहां तीन मंजिला इमारत धंस गई। यह घटना सुबह तकरीबन 5.30 बजे की है। इस घटना के बाद यहां 10-12 लोग यहां दब गए हैं। घटना के बाद जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम यहां मौके पर है और राहत-बचाव का कार्य कर रही है। यह घर गली में था और काफी पुराना था, जिसकी वजह से यह धंस गया।
घटनास्थल पर मौजूद गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि यहां एनडीआरएफ की एक टीम हमेशा रहती है। इसी का फायदा है कि तत्काल प्रभाव से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया। स्थानीय नागरिक ने एनडीआरएफ की टीम आने से पहले ही तीन लोगों को बाहर निकाल लिया। मेरी सिर्फ एक ही चिंता है कि लोगों की जान बचे। एनडीआरएफ की टीम ने एक महिला को यहां से निकाला है, आशंका यह है कि अभी भी यहां मलबे के नीचे दबी हुई है। पहले एनडीआरएफ की टीम यहां से लोगों को बाहर निकाले, इसके बाद इस मामले पर राजनीति होनी चाहिए। पहले यहां लोगों की जान बचे।
मैंने एम्स के डायरेक्टर को फोन किया, वहां पर 6-7 बेड की उन्होंने पहले ही व्यवस्था कर रखी है। डीसी देवघर को फोन किया और कहा कि उन्हें एम्स भेजिए। लेकिन उनका कहना है कि मेरा प्रोटोकॉल यह कहता है कि पहले सदर अस्पताल जाएगा, इसके बाद यहां से उन्हें रेफर किया जाएगा। पता नहीं यह कैसा प्रोटोकॉल है, लेकिन जो भी हो, सदर अस्पताल जान बचा ले तो भी बेहतर है, नहीं बचा पाए तो एम्स भेज दे।
मेरा सिर्फ यही कंसर्न है कि लोगों की जान बचनी चाहिए। जानकारी के अनुसार अभी तक 3-4 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। जिसमे से दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जेसीबी के अलावा यहां छोटे कटर लाए गए हैं, जिसकी मदद से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। स्थानीय लोग रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद कर रहे हैं। कटर मशीन से छत को काटकर अंदर जाने की कोशिश हो रही है।
जिन लोगों को रेस्क्यू किया गया है, उसमे एक महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है। दो बच्चों को रेस्क्यू किया या है उन्हें हल्की चोटें आई हैं, उसने बताया कि अंदर छह लोग सो रहे थे, जिसके बाद छत गिरने से लोग नीचे दब गए। स्थानीय सूत्रों की मानें तो 6-7 लोग अंदर दबे थे, जिसमे 3-4 लोगों को निकाल लिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह तकरीबन 20 साल पुराना घर था। घर के सामने बड़ा गड्ढा होने की वजह से घर की नींव कमजोर हो गई और घर नीचे गिर गया। बताया जा रहा है कि गृहस्वामी खुद ही घर के निर्माण का कार्य करा रहे थे, जिसकी वजह से यह घटना हुई है।