फतेहपुर। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी सी०इन्दुमती की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने आजीविका मिशन के समस्त बिंदुओं की प्रगति की समीक्षा बिंदुवार की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के कार्यक्रमों की निगरानी गम्भीरता के साथ खंड विकास अधिकारी करे, क्योंकि किसी भी समाज का विकास महिलाओं के बिना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन ब्लाकों में स्वयं सहायता समूहो द्वारा टीएचआर प्लांट संचालित है, का निरीक्षण कर रिपोर्ट से अवगत कराए। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सशक्त, आत्मनिर्भर बनाने के लिए अपनेदृअपने ब्लाकों में बेहतर कार्य करे। जिन ब्लाकों में महिला एफपीओ का गठन अभी तक नहीं हुआ है, जल्द से जल्द गठन कराना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आमदनी बढ़ाने के लिए उनकी इच्छानुरूप जैविक/अजैविक कृषि उत्पाद से जोड़ने के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्य करे। प्रत्येक ब्लॉक का एकदृएक उत्पाद निर्धारित करे और उसकी कार्ययोजना बनाकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को उत्पाद का सही मूल्य बाजार में दिलाए। उन्होंने कहा कि समूह की महिलाओं को आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण दिलाकर स्वरोजगार से जोड़ा जाय। सभी विकास खंडों के ब्लॉक मिशन मैनेजर कार्यों की सूची उपलब्ध कराए। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मछली पालन के लिए बेहतर डीपीआर बनाकर प्रस्तुत करे। जनपद में बनाई जा रही हाईटेक नर्सरी से जिन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जोड़ा जाना है, का प्रशिक्षण करा लिया जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना, जिला विकास अधिकारी प्रमोद सिंह चंद्रौल, उप कृषि निदेशक राममिलन सिंह परिहार, डीसी एन0आर0एल0एम0, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, उपायुक्त उद्योग, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित संबंधित उपस्थित रहे।