बकेवर, फतेहपुर। 13 जुलाई दलित टेंट हाउस कर्मी की पिछले दिन बेरहमी से हुई पिटाई में गम्भीर रूप से घायल होने की घटना को लेकर पिटाई कर घायल करने वाले युवक के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर के सम्बन्ध में आज पुलिस उपाधीक्षक बिंदकी सुशील कुमार द्विवेदी ने पीड़ित के घर जाकर उसके बयान दर्ज किए और घटना स्थल का मुआयना किया। मिली जानकारी के अनुसार आज पुलिस उपाधीक्षक बिंदकी सुशील कुमार द्विवेदी ने ग्राम पंचमपुरवा मजरे जगदीशपुर निवासी पीड़ित दलित शिवम कोरी के घर जाकर बयान लिए और उसके परिजनों को कडी कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिलाया। पीड़ित तीन दिन पूर्व अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर आया था। मालूम हो कि पंचमपुरवा मजरे जगदीशपुर निवासी दलित संतोष कोरी का पुत्र शिवम कोरी एक टेंट हाउस में काम करता है गत 30 जून की रात लगभग 10.30 बजे बकेवर बुजुर्ग निवासी कुछ दबंग युवकों ने किसी बात को लेकर उस समय पीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया जब वह चल रहे एक भंडारे की समाप्ति पर टेंट में लगी लाइट को हटा रहा था। घायल शिवम कोरी को तत्काल प्रभाव से बकेवर थाना प्रभारी निरीक्षक कांती सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जहानाबाद में ले जाकर भर्ती कराया जहाँ गम्भीर हालत को देखते हुए डाक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया जहाँ उसका इलाज होता रहा। दलित शिवम कोरी की पिटाई से हुई गम्भीर हालत की खबर पर आजाद समाज पार्टी भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष कौशल वाल्मीकि के नेतृत्व में एक दल ने जिला अस्पताल जाकर देखा और जिलाधिकारी सी. इंदुमती व पुलिस अधीक्षक उदय सिंह को शिवम के पिता संतोष कोरी की ओर से एक प्रार्थना पत्र को देकर घटना से वांछित आरोपियों को तत्काल प्रभाव से मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर में धाराएं बढाकर गिरफ्तारी की मांग की और एक सप्ताह में कार्यवाही न होने पर भीम आर्मी प्रमुख नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में बडे आंदोलन का अल्टीमेटम भी दिया। राजनैतिक तूल पकडने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर आए पीड़ित शिवम के घर बहुजन समाज पार्टी का एक दल जिलाध्यक्ष की अगुवाई में आया और परिजनों से सम्पूर्ण घटना की जानकारी करने के बाद थाना प्रभारी निरीक्षक कांती सिंह से शीघ्र मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर अन्य धाराओं को बढाकर वांछित आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने के साथ पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैय्या कराने की मांग किया। पीड़ित शिवम कोरी के आरोप कि दबंग युवकों ने मारपीट के दौरान उसके पैर के नाखून प्लास से खींचे थे पर शिवम का इलाज कर रहे जिला सदर अस्पताल के डाक्टर का कहना है कि पैर के प्लास से नाखून उखाडने की बात सही नहीं है उसके नाखून रगडने से निकले है जिसका विधिवत् परीक्षण कराया गया है। पुलिस उपाधीक्षक बिंदकी सुशील कुमार द्विवेदी का कहना है कि वादी और घायल युवक के बयान दर्ज किए गए हैं। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर विधिक कार्यवाही की जाएगी। थाना प्रभारी निरीक्षक कांती सिंह का कहना है कि घटना की आलोचना करने का सबको अधिकार है किंतु घटना का दलित बनाम सवर्ण बनाकर राजनीतिकरण किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है इससे घटना की तफ्तीश में बिलम्ब होता है। साथ ही दलित सवर्ण के बीच खाईं पैदा होती है जो समाज के लिए हितकर नहीं है।