शौर्य द्विवेदी ने बनाई इलेक्ट्रिक बाइक, जिले का नाम किया रोशन

फतेहपुर। कक्षा दस में पढ़ने वाले होनहार छात्र शौर्य द्विवेदी ने कबाड़ से इलेक्ट्रीकल्स बाइक बनाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया। प्लेवे सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा दस के छात्र शौर्य द्विवेदी का मन विज्ञान सम्बंधित चीज़ में अधिक लगता है। गौतम नगर निवासी व जिला अस्पताल में कार्यरत अपने पिता मनीष द्विवेदी की बाइक का रोज़ रोज़ पेट्रोल खत्म होने व घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए अपने पिता के लिये इलेक्ट्रिक बाइक बनाने का विचार आया। कबाड़ से पुरानी बाइक की बॉडी चार हज़ार रुपये में खरीदने के बाद उसमें कुछ बदलाव करने के बाद इलेक्ट्रिकल रिक्शा की मोटर व अधिक बैकअप देने के लिये लिथियम बैटरी लगा दिया। स्टार्ट व कंट्रोल पैनल ई रिक्शा का लगाने के बाद इलकेट्रिकल बाइक तैयार हो गयी। इलेक्ट्रिकल्स बाइक में तीन अलग अलग स्पीड मोड़ है व रिवर्स में भी चल सकती है। एक बार चार्ज करने के बाद 80 किमी की दूरी तय करेगा। शौर्य द्विवेदी के पिता मनीष द्धिवेदी ने बताया कि बेटे की लगन देखकर उनके द्वारा उसके सभी प्रयोगों व कार्याे की सराहना कर बढ़ावा देने की कोशिश की जाती है। वही शौर्य ने बताया कि उसके मन मे आने वाले वैज्ञानिक विचारों को घर के सभी सदस्यों द्वारा सराहा जाता है। एक नामी गिरामी कम्पनी की डेढ़ लाख रुपये कीमत की इलेक्ट्रिकल बाइक को देखकर उसके मन मे अपने पिता के लिए बाइक बनाने का आइडिया आया। स्कूल की पढ़ाई के बीच बाईक को बनाने में उसे आठ महीने का समय लगा इस दौरान विभिन्न पुर्जाे के लिए अलग अलग कम्पनियों के पाट्र्स का सहारा लेना पड़ा। और लगभग चालीस हजार रुपये में उसकी बाइक तैयार हो गयी। शौर्य की बाइक चार सौ किलो तक का वजन ले जाने में भी सक्षम है। शौर्य इससे पहले अपनी साधारण साइकिल को इलकेट्रिकल साइकिल के तौर पर तैयार कर चुके है। जबकि उनके द्वारा थर्माकोल व अन्य नार्मल पुर्जाे की मदद से फ्रिज व कूलर भी बनाया गया है। उनकी इस उपलब्धि पर पिता मनीष द्विवेदी समेत मोहल्ले वासियों ने हर्ष व्यक्त किया है।

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