अलीगढ़ के खैर कोतवाली क्षेत्र के गांव दरकन नगरिया निवासी हेमलता पत्नी स्व. राजकुमार का अपने पति के मामा के बेटे चंद्रभान (रिश्ते के जेठ) से मकान को लेकर विवाद चल रहा था। 11 जून को महिला ने चंद्रभान और उसके परिजनों के खिलाफ मारपीट करने और निर्वस्त्र कर छेड़खानी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला का आरोप था कि तीन दिन पहले भी चंद्रभान ने मारपीट कर घर में रखे गेहूं चुरा लिए थे। खैर कोतवाली में अपनी समस्या के समाधान के लिए चक्कर काट रही महिला मंगलवार को भी अपने बेटे के साथ पुलिस से गुहार लगाने के लिए पहुंची थी। सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इस दौरान बेटा वीडियो बनाता हुआ साथ चल रहा था। जिसे देख वहां मौजूद पुलिसकर्मी हरकत में आए। महिला के हाथ में लाइटर भी था, पुलिसकर्मियों ने वह लाइटर छीनने का प्रयास किया तो वह जमीन पर गिर गया। बेटे ने लाइटर उठाकर जला दिया। बस पलक झपकते ही महिला के पेट्रोल से भीगे शरीर ने आग पकड़ ली और वह बुरी तरह लपटों में घिर गई। आनन फानन पुलिसकर्मियों ने महिला पर कंबल डाला और पहले खैर सीएचसी, फिर वहां से एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज लेकर गए। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
इधर, पुलिस ने सीसीटीवी साक्ष्य के आधार पर बेटे को हिरासत में ले लिया। इस खबर पर आए मायके पक्ष और ग्रामीणों ने कोतवाली में हंगामा शुरू कर दिया। एसएसपी ने पहुंचकर भीड़ को समझाकर शांत किया और बेटे को छोड़ दिया। तब जाकर ग्रामीण वहां से गए। एसएसपी ने उन्हें समझाया कि जांच के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई होगी।
समाधान दिवस में भी नहीं निकला कोई समाधान
महिला ने चार दिन पहले घर से गेहूं चोरी होने और विपक्षियों द्वारा मारपीट करने का भी आरोप लगाया था। जिसमें पुलिस से शिकायत पर दोनों पक्षों को समाधान दिवस में बुलाया गया था। पुलिस के सामने दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति बनी थी कि वह मकान खाली कर देंगे। इसके एवज में उन्हें मकान की कीमत चाहिए। पुलिस का कहना है कि महिला पक्ष दस लाख रुपये मांग रहा था जबकि दूसरा पक्ष पांच लाख रुपये देने पर तैयार था। मंगलवार को भी इसी बात को लेकर दोनों ही पक्ष थाने बुलाए गए थे।
महिला के भाई ने रिश्ते के जेठ पर लगाया थाने में पेट्रोल डालकर आग लगाने का आरोप
हेमलता के भाई चंद्रमोहन ने बताया कि उसकी विधवा बहन के साथ परिजनों ने निर्वस्त्र कर मारपीट की थी। जिसमें पुलिस ने मारपीट में ही रिपोर्ट दर्ज की थी। इस संबंध में पुलिस के उच्च अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। मंगलवार को पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया था। इसी दौरान उसकी बहन हेमलता की आरोपी चंद्रभान व उसके परिजनों से कहासुनी हो गई। आरोपी चंद्रभान ने थाना पुलिस के सामने उसकी विधवा बहन के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
मंगलवार को महिला अपने पुत्र गौरव के साथ कोतवाली आई। लेकिन यहां फिर कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर महिला पुलिस को भला बुरा कहते हुए कोतवाली से बाहर चली गई। दोपहर करीब दो बजे महिला हाथ में पेट्रोल से भरी बोतल लेकर आई और मुख्य गेट से अंदर घुसते ही तेल अपने ऊपर डाल लिया। सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो इस दौरान बेटा वीडियो बनाता हुआ साथ चल रहा था। जिसे देख वहां मौजूद पुलिसकर्मी हरकत में आए। महिला के हाथ में लाइटर भी था, पुलिसकर्मियों ने वह लाइटर छीनने का प्रयास किया तो वह जमीन पर गिर गया।
बेटे ने लाइटर उठाकर जला दिया। बस पलक झपकते ही महिला के पेट्रोल से भीगे शरीर में आग पकड़ ली और वह बुरी तरह लपटों में घिर गई। आनन फानन पुलिसकर्मियों ने महिला पर कंबल डाला और पहले खैर सीएचसी, फिर वहां से एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज लेकर गए। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इधर, पुलिस ने सीसीटीवी साक्ष्य के आधार पर बेटे को हिरासत में ले लिया। इस खबर पर आए मायके पक्ष व ग्रामीणों ने कोतवाली में हंगामा शुरू कर दिया। एसएसपी ने पहुंचकर भीड़ को समझाकर शांत किया और बेटे को छोड़ दिया। तब जाकर ग्रामीण वहां से गए। एसएसपी ने उन्हें समझाया कि जांच के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई होगी।
एसएसपी संजीव सुमन ने कहा कि महिला का परिजन से जमीन का विवाद चल रहा था। महिला ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस की जांच में निर्वस्त्र कर मारपीट करने के कोई भी साक्ष्य सामने नहीं आए। मुकदमे में चार्जशीट लगाई जा चुकी है। मंगलवार को दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया था। दोनों पक्षों में जमीन व पैसे की संबंध को लेकर कोई रजामंदी नहीं हुई। इसके बाद महिला थाने के बाहर चली गई और फिर अपने ऊपर पेट्रोल छिड़कती थाने के अंदर आ रही थी। इसी दौरान महिला के बेटे ने आग लगा दी। पूरा घटनाक्रम थाने के सीसीटीवी में कैद है। महिला की मौत हो गई है। जांच कर कार्रवाई की जा रही है।