उत्तर प्रदेश के बांदा में प्रेमी-प्रेमिका शादी थाने में कराई गई. लड़की के परिजन शादी के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए वह थाने पहुंच गई और पुलिस को पूरी बात बताई. इसके बात पुलिस ने उसके परिजनों को थाने बुलाया और वजह पूछी. पुलिस ने काउंसलिंग कराई और समझाने के बाद परिजन शादी के लिए तैयार हो गए. दरअसल, यह मामला अतर्रा कोतवाली क्षेत्र का है. यहां रहने वाली एक लड़की का चित्रकूट के रहने वाले युवक से बीते 5 साल से अफेयर चल रहा था. लड़की युवक के साथ शादी करना चाहती थी, लेकिन उसके परिजन सहमत नहीं थे. इसी को लेकर लड़की थाने पहुंच गई और पुलिस से शादी कराने की बात कहने लगी.
पुलिस ने उसकी पूरी बात सुनी और फिर लड़की व लड़के दोनों के परिजनों को थाने बुलाया गया. पुलिस के समझाने पर दोनों के परिजन शादी के लिए राजी हो गए. इसके बाद थाना परिसर में बने मंदिर में दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई. लड़की ने कहा कि मेरे पड़ोस में युवक की रिश्तेदारी है, वहां उसका आना-जाना रहता था. उसी दौरान मुलाकात हुई और फिर दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. लड़की ने कहा कि वह बालिग है और अपने बॉयफ्रेंड से शादी करना चाहती थी, लेकिन घरवाले राजी नहीं थे. वह किसी दूसरे के साथ घर नहीं बसाना चाहती थी. इस कारण वह थाने पहुंच गई.
वहीं युवक ने कहा कि मेरे परिजन शादी के लिए तैयार थे. मैं अपनी रिश्तेदारी में आता था तो लड़की से जान पहचान हो गई. पिछले 5 साल से जानता हूं, अब लड़की के घर वाले शादी के लिए मना कर रहे हैं, जबकि मेरे घर वाले कई बार लड़की वालों के घर भी गए. थाने में मौजूद पुलिस अधिकारियों ने लड़की के परिजनों को बुलाया और उनसे वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि लड़का कम कमाता है, बाद में छोड़ देगा तो फिर लड़की का का क्या होगा? इसके बाद पुलिस द्वारा समझाने पर दोनों पक्ष शादी के लिए राजी हो गए, जिसके बाद थाने में बने मंदिर में परिजनों और पुलिस की मौजूदगी में लड़की-लड़की ने एक दूसरे को माला पहनाई. इसके बाद कोर्ट मैरिज के लिए डॉक्यूमेंट तैयार किए गए. कोर्ट में रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है.