जीवनसाथी बना दुश्मन, पूजा ने जिसे अपनाया वही करना चाहता था हत्या

 

कानपुर देहात के पिपरी गांव में एक ही परिवार के लोगों पर धारदार हथियार से हुए हमले के बाद पड़ोस के लोग भी सहमें नजर आए। घायलों के गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती होने के बाद घर पर कोई नहीं बचा। इस पर सगे संबंधी कव्या का पोस्टमार्टम कराने अकबरपुर पहुंचे। पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद महेंद्र के मामा रमेश चंद्र व उनके बेटे सचिन ने बताया कि सुरेंद्र की मौत के बाद पूजा टूट गई थी।

सुरेंद्र ट्रैक्टर चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। उसकी ट्रैक्टर से कुचल मौत हुई थी। कई साल बाद पूजा पति के मौत के गम से उभरी थी। इस पर उसकी बहन पूनम ने अपने देवर से शादी कराने की बात कही। हालांकि आयुष और उमंग के बड़े होने की वजह से परिवार के लोगों ने शादी के लिए एतराज भी जताया। मगर पूजा अपनी बहन के कहने पर उसके देवर दीपू सिंह को अपना लिया।

कोई यह नहीं जानता था कि यही दीपू ही पूजा व उसके देवर महेंद्र के परिवार के लिए जान का दुश्मन बन जाएगा। यह बात कह रमेश बिलखता भी रहा। रमेश ने बताया कि महेंद्र व सुरेंद्र मूलरूप से कटरी कटार मूसानगर के रहने वाले थे। पिता देवीचरन की मौत के बाद वह अपने ननिहाल पिपरी में रहने के लिए आ गए थे। सभी हंसी खुशी परिवार के साथ रहते थे। महेंद्र शुरू से पूजा व उनके दोनों बेटों का ख्याल रखता था। यही बात दीपू को अखरती थी।

एक ही परिवार के सात लोगों पर जानलेवा हमले, एक मासूम की मौत के बाद पिपरी गांव में सन्नाटा छाया रहा। भोर पहर घटना को लेकर जिसे जानकारी मिली वह सन्न रह गया। दीपू द्वारा इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया जाना लोगों के गले से नहीं उतर रहा था। पड़ोस की महिलाएं भी महेंद्र के घर के बाहर आकर गमगीन माहौल में बैठ कर दोनों घरों की रखवाली करती रही। इधर घटना को लेकर पुलिस बल भी तैनात रहा।


हत्या व हत्या के प्रयास में युवक के खिलाफ रिपोर्ट

कानपुर नगर रेउना थाना क्षेत्र के दहेली लल्लनपुरवा निवासी विनोद कुमार ने बताया कि पिपरी निवासी पूजा के पति दीपू ने सोमवार की रात बांका से हमला कर मेरी पुत्री बीना देवी, दामाद महेंद्र कुमार, नाती सूर्यांश, नातिन काव्या और पूजा, उमंग व आयुष को बांका से हमला कर घायल कर दिया। इसमें काव्या (6) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य सभी छह लोग गंभीर घायल हैं। कोतवाल अंजन कुमार सिंह ने बताया कि हत्या और हत्या के प्रयास के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपी दीपू को हिरासत में लिया गया है।


पूर्व विधायक व सपा नेताओं ने पीड़ित परिवार को मदद का दिया भरोसा

भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के पिपरी गांव में मासूम की हत्या के साथ छह लोगों के घायल होने की सूचना पर भाजपा के पूर्व विधायक व सपा नेताओं ने पहुंच कर घटना की जानकारी ली। वहीं पीड़ित पक्ष को हर संभव मदद का भरोसा दिया। मंगलवार दोपहर सपा नेता नरेंद्र पाल सिंह मनु, सांसद नारायणदास अहिरवार के पुत्र राजू अहिरवार, सुरेंद्र यादव, अमरौधा के पूर्व चेयरमैन साबू कुरैशी, नसीम कुरैशी, तारिक कुरैशी, लक्ष्मी नारायण एडवोकेट ने पहुंच कर घटना की संबंध में जानकारी ली।


सो रही पत्नी और बच्चों पर किया हमला

भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के पिपरी में सोते समय पति ने पहले पत्नी, दो बच्चों पर धारदार बाका से हमला किया। चीखपुकार सुन दौड़े भाई के परिवार के चार सदस्यों पर भी वार कर दिया। इसमें छह साल की भतीजी की जान चली गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात के पीछे आरोपी का पत्नी से अपनी संतान को लेकर आए दिन होने वाला विवाद बताया जा रहा है।


मासूम की मौत और छह लोग घायल

पिपरी निवासी दीपू सिंह ने सोमवार रात दो बजे के करीब छत पर सोते समय पत्नी पूजा  और दो सौतेले बेटे आयुष , उमंग  पर बाका से हमला कर दिया। खून से लथपथ पूजा व बेटों ने शोर मचाया। इसी बीच आयुष जान बचाते हुए चाचा महेंद्र के घर में कूद गया। इस पर हमलावर भी पीछे से जा कूदा। महेंद्र ने बचाने की कोशिश की तो दीपू ने महेंद्र, उसकी पत्नी बीना , बेटे सूर्यांश  और बेटी काव्या पर हमला कर दिया। हमले में घायल काव्या की मौके पर मौत हो गई।


पत्नी नहीं चाहती थी दीपू से बच्चा
एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि पुलिस हिरासत में आने के बाद आरोपी दीपू ने बताया कि उसकी शादी के कई साल हो गए थे। जब भी वह पत्नी से अपनी संतान के लिए कहता था तो वह मना कर देती थी। कई बार पत्नी गर्भवती भी हुई, मगर उसने दवाइयां खाकर गर्भपात करा दिया। इससे वह नाराज था। बताया कि पूजा का देवर महेंद्र भी नहीं चाहता था कि उससे कोई संतान हो। इधर कुछ दिनों से महेंद्र ने पूजा से बच्चों के बड़े होने की बात कह दीपू को छोड़ देने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया था। इसको लेकर महेंद्र से दीपू खुन्नस रखने लगा था। उसने बाका व फावड़ा से हमला करने की बात स्वीकारी है।
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