उन्नाव: मामला अजगैन कोतवाली क्षेत्र के मलाव गांव का है। गांव निवासी देशराज मुंबई में रहकर मजदूरी करता था। घर में पत्नी शांति बेटा देवराज और मां गुड्डी के साथ रहता था। पिछले कई महीनों से वह घर पर रहकर ही काम कर रहा रहा था। पड़ोसियों की माने तो सुबह शांति घर का काम रही थी। पति देशराज खेतों की तरफ गया था। इस दौरान उसकी सास गुड्डी बाहर बरामदे में चारपाई पर बैठी थी। शांति का 5 साल का बेटा देवराज दादी के पास था। उसके बाद अचानक शांति उठी और बेटे को गोद में लेकर कमरे में चली गई।
इसके बाद जब देशराज खेत से लौटा तो मां से पत्नी और बेटे के बारे में पूछा। मां ने बताया वो उसे कमरे में ले गई है। तब उसने पत्नी को आवाज लगाई। कोई जवाब न आने पर वो कमरे की तरफ गया। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। उसके बाद वो सीढ़ी की मदद से छत के सहारे कमरे में गया। जहां पत्नी और बेटे का शव लटका देख चिल्ला उठा। जबतक परिजन पहुंचे तबतक वो बेहोश हो गया। बताया जा रहा है कि शांति ने पहले अपने बेटे को साड़ी के फंदे को छल्ले में लटकाया और बेटे को फंदे पर लटका दिया। जब उसकी मौत हो गई तो शांति ने उसी साड़ी के सहारे खुद भी फंदा लगाकर जान दे दी।
मोहल्ले के लोगों के अनुसार, शांति का अक्सर सास गुड्डी की सेवा न करने पर विवाद होता था। बीती रात को भी दोनों में इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। देशराज तीन भाई हैं, जो अलग रहते हैं। देशराज अपनी पत्नी, बच्चे व मां के साथ अलग रहता था। घटना की सूचना मिलने पर दही थाना क्षेत्र के शिवदीन खेड़ा निवासी मायके वालों ने ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगा हंगामा किया। कोतवाली निरीक्षक अवनीश सिंह ने मायके वालों को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट व तहरीर के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।