रोजी-रोटी की तलाश में यूपी के बिजनौर का एक युवक सऊदी अरब गया था. लेकिन चार महीने बाद अब उसकी लाश वापस आई है. दरअसल, बीते दिन सऊदी अरब के रियाद से लगभग एक महीने बाद मोहम्मद तालिब का शव बिजनौर के उसके शकरपुरी गांव पहुंचा. तालिब का शव देख परिजन फफक पड़े उन्होंने नम आंखों से उसे अंतिम विदाई दी. इस दौरान स्थानीय विधायक के भाई, नायब तहसीलदार, किसान नेता समेत आसपास के सैकड़ों मौजूद थे.
जानकारी के मुताबिक, थाना क्षेत्र के गांव शकरपुरी निवासी मोहम्मद सगीर का 19 वर्षीय पुत्र मोहम्मद तालिब चार माह पूर्व काम के सिलसिले में सऊदी अरब गया था. इस बीच महीने भर पहले परिजनों को सऊदी के रियाद शहर से सूचना मिली कि तालिब की मौत हो गई है. जिसपर परिजनों ने इसकी पुष्टि के लिए रियाद शहर में रह रहे अपने रिश्तेदारों व जानने वालों से बात की तो खबर सही पाई गई.
तालिब की मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया. शव वतन वापसी के लिए जद्दोजहद शुरू हुई. मृतक के पिता सगीर अहमद ने आरोप लगाते हुए कहा कि तालिब की मौत में शेख (मालिक) का हाथ है. उसी ने मारपीट कर उसकी निर्मम हत्या कर दी. सगीर ने भारत सरकार से तालिब का शव भारत भेजने की मांग की थी.
सोमवार (6 अगस्त) को लगभग 3:30 बजे तालिब का शव बिजनौर के गांव शंकरपुरी पहुंचा तो वहां सैकड़ों की भीड़ इकट्ठा हो गई. परिजनों का रोना सुनकर वहां मौजूद लोगों का कलेजा मुंह को आ रहा था. कल देर शाम गमगीन माहौल में तालिब को सुपुर्द ए ख़ाक किया गया. मामले में ग्राम प्रधान तौफीक ने बताया कि तालिब की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नॉर्मल बताई गई है, जबकि उसके पिता का कहना है बेटे को बेरहमी से शेख द्वारा मारा गया है. इस दौरान विधायक मनोज पारस के भाई धर्मेंद्र पारस, नायब तहसीलदार, किसान नेता आदिल जैदी सहित तमाम लोग मौजूद रहे.