सहारनपुर के अनुसूचित जाति के सिपाही सुधीर और बागपत के धनौरा सिल्वर नगर की कोरी समाज की सोनिया ने परिजनों की रजामंदी से प्रेम विवाह किया था। दोनों ने साथ जीने की कसम खाई थी, लेकिन वक्त ऐसा बदला कि सांसों की डोर साथ-साथ टूटी। परिवार से मिलने की चाह में दो दिन का अवकाश लेकर घर आए थे।
सहारनपुर के गांव अहमदपुर ब्राह्मण माजरा निवासी सुधीर और उसकी पत्नी सोनिया 2018 में पुलिस में भर्ती हुए थे। दोनों एक ही बैच के थे। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हुआ। परिजनों की सहमति से दो साल पहले दोनों ने शादी की थी। सुधीर की तैनाती मुरादाबाद के कटघर व सोनिया की तैनाती पास के ही थाने नागफनी में थी। दोनों का परिवार से मिलने का मन था। रविवार शाम को दोनों गांव पहुंचे थे और मंगलवार सुबह लगभग छह बजे बाइक पर घर से डयूटी के लिए चले थे। सुधीर के भाई संदीप ने बताया कि कई दिन से परिवार से मिलने आने की बात कर रहे थे। सुधीर के पिता मजदूरी करते हैं। सुधीर से दो बड़े भाई विक्रम व संदीप हैं। विक्रम मजदूरी करता है, संदीप आइटीआई कर रहा है। सबसे छोटा सुधीर पुलिस में था। उस पर परिवार की जिम्मेदारी थी। गमगीन पिता ने कहा कि लाड़ला उन्हें छोड़कर चला गया।