लखनऊ: राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर निवासी हर्षित के मोबाइल पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने क्रिप्टो कॉइन बिकवाने की बात की। इसके लिए उनसे 3 बार में 3.85 लाख रुपये जमा करवा लिए। उसके बाद छह लाख और जमा करने की डिमांड की। तब पीड़ित को शक हुआ और उन्होंने गाजीपुर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। इसके अलावा साइबर जालसाजों ने चार अन्य लोगों को भी जाल में फंसाकर रकम ऐंठ ली है। पीड़ितों ने संबंधित थानों में एफआईआर दर्ज करवाई है।
इस्माईलगंज निवासी सपना को एक अनजान शख्स ने एक ग्रुप में जोड़ लिया। उसके बाद उनको कॉल कर उन्हें गूगल पर रेटिंग का प्लान बताया। एक लिंक भेजकर उसके जरिए उन्हें टेलिग्राम से जोड़ लिया। उन्हें टास्क पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई। पहले टास्क में 2000 लगाने पर 2300, दूसरे टास्क में 3000 लगाने पर 3500 मिले। तीसरे टास्क में 7000 हजार रुपये लगाए तो रकम रोक ली। रिकवरी के लिए उनसे तीन बार में ढाई लाख रुपये जमा करवा लिए।
उसके बाद और रकम जमा करने की डिमांड की। तब पीड़िता को ठगे जाने का अहसास हुआ और उन्होंने केस दर्ज करवाया। साइबर सेल ने जालसाजों का एक खाता फ्रीज करवाकर पीड़िता के 38 हजार रुपये होल्ड करवा लिए हैं। गुडंबा निवासी सिद्धार्थ परिवारीजन के साथ अयोध्या गए थे। गूगल से होटल में कमरा सर्च कर रहे थे। एक मोबाइल नंबर मिला तो नीरज शर्मा से बात हुई।
पीड़ित ने उसे दो बार में साढ़े चार हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। उसने कहा कि दो हजार वह वापस कर देगा। पीड़ित के मोबाइल पर रुपये ट्रांसफर होने का मेसेज भी आ गया। उसके बाद कथित नीरज ने कॉल किया कि गलती से उसने 20 हजार रुपये भेज दिया है। पीड़ित के मोबाइल पर मेसेज भी आया था। वह उसकी बातों में आ गए और 20 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। मोबाइल देखा तो सभी मेसेज फेक थे। इंदिरानगर निवासी अज्ञात कुमार के फेसबुक अकाउंट में घर बैठे हजारों रुपये कमाने का ऑफर आया।
उन्हें ऑनलाइन होटल और रेस्तरां की रेटिंग और कमेंट करने के टास्क दिए गए। शुरुआत में टास्क पूरा करने पर उन्हें मुनाफा भी भेजा गया। उसके बाद जालसाजों ने टेलिग्राम पर प्रीपेड टास्क भेजे और निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर करीब 3 लाख रुपये अपने खातों में जमा करवा लिए। उसके बाद पीड़ित का मोबाइल नंबर जालसाजों ब्लॉक कर दिया।