रायसेन में एक मां ने अपने 3 साल के बेटे और 5 साल की बेटी की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। मामला जिला मुख्यालय से 140 किलोमीटर दूर देवरी वार्ड क्रमांक-4 में गुरुवार करीब 11.30 बजे का है। एएसपी कमलेश कुमार ने बताया, देवरी थाना क्षेत्र में सुबह करीब साढ़े 11 बजे राधिका आदिवासी ने बेटे-बेटी की गर्दन कुल्हाड़ी से काट दी। बच्चों में नैना और देव शामिल हैं। महिला का पति ढाबे पर काम करता है, जो घटना के समय घर पर नहीं था। पति जब घर पहुंचा, तब उसे घटना की जानकारी मिली। उसने पुलिस को सूचना दी। बच्ची के शव के पास एक जला हुआ गद्दा मिला है।
जानकारी के अनुसार, महिला जिस झोपड़ी में रहती है, वहीं बच्चों की हत्या की। वो पुलिस पूछताछ में बार-बार बयान बदल रही है। पहले उसने कहा कि वह पति से अलग होना चाहती थी, इसलिए बच्चों को मार डाला। फिर कहने लगी कि खुद भी मरना चाहती थी, लेकिन बच्चों की हत्या के बाद मूड बदल गया और सुसाइड नहीं किया। महिला के पति का कहना है कि पत्नी को 2 महीने पहले सिर में दर्द हुआ था। उसका इलाज चल रहा था।
पड़ोसियों ने बताया कि सुबह बच्चे दादा के साथ नजर आए थे। उन्होंने दोनों बच्चों को चॉकलेट दिलाई थी। बच्चे के पिता और दादा दोनों घर से करीब आधा किमी दूर एक ढाबे पर काम करते हैं। वे काम पर चले गए थे। दोपहर करीब 12 बजे महिला को बैग लेकर मेन रोड की ओर जाते देखा। जब हम उसकी झोपड़ी की ओर गए तो धुआं उठते देखा। तत्काल दादा को फोन किया और घर बुलाया।
पड़ोसी जब झोपड़ी के पास पहुंचे तो दोनों बच्चे भीतर लहूलुहान पड़े थे। पास में ही कपड़े और सामान जल रहा था। तत्काल पानी डालकर आग को बुझाया। कपड़े तो जल गए, लेकिन बच्चों की एक फोटो अधजली मिली। इसके बाद दादा पहुंचे और उन्होंने बेटे और पुलिस को कॉल किया। उधर, पड़ोसियों का कहना है कि महिला की किसी युवक से दोस्ती थी। वह उससे मिलने घर आया था। तब बच्चे भी घर पर थे। बच्चों ने उसे घर पर देख लिया होगा। पति से यह बात छिपाने के लिए महिला ने बच्चों की हत्या की होगी।