सरायकेला: झारखंड के सरायकेला जिले के एक स्कूल में शिक्षक दिवस पर केक खाकर कई बच्चे बीमार पड़ गए। 4 की हालत गंभीर है मामला सरायकेला-खरसावां जिले के कांड्रा का है। कांड्रा के राजकीयकृत उत्क्रमित उच्च विद्यालय नरेंद्र नगर में शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें केक भी मंगवाया गया था। समारोह के बाद केक का वितरण बच्चों के बीच किया गया। केक को खाने के बाद कई बच्चों की तबीयत बिगड़ गई।
इनमें से 4 बच्चों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें इलाज के लिए जमशेदपुर ले जाया गया। एमजीएम अस्पताल में सभी बच्चों का इलाज चल रहा है। स्कूल में हलचल देख स्थानीय लोग वहां पहुंचे। गंभीर रूप से बीमार पड़ चुके 7 बच्चों को तत्काल जमशेदपुर ले जाया गया। अन्य बच्चों की तबीयत सामान्य हुई, तो बारी-बारी से सभी को उनके घर भेज दिया गया। घटना के बाद लोगों में आक्रोश है। स्कूल प्रबंधन ने कहा है कि समारोह के लिए बच्चों ने ही केक की व्यवस्था की थी।
एक छात्रा खुशी महतो का इलाज आईसीयू में और बाकी 3 बच्चों का इलाज इमरजेंसी में चल रहा है। बेहोश हुए 3 बच्चों के नाम शेफाली बारिक, अनिशा गोप, खुशी महतो हैं। ये सभी छठी की छात्रा हैं। प्रह्लाद मोदी आठवीं का छात्र है। एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ रवींद्र कुमार ने बताया कि बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं।
छात्र प्रह्लाद मोदी ने एमजीएम अस्पताल में बताया कि शिक्षक दिवस के लिए वह सौरभ, प्रिंस के साथ सुबह 10 बजे केक लाने कांड्रा गया था। कांड्रा की दुकान से 180 रुपये में केक खरीदी। स्कूल आकर सभी बच्चों ने केक काटा। उसके बाद सभी बच्चों ने मुड़ी, चनाचूर, चना खाया। फिर मोबाइल पर गाना लगाकर डांस किया। शोर-गुल बाहर नहीं जाये, इसलिए रूम का दरवाजा बंद कर दिया। रूम में बिजली की सप्लाइ ठप थी।
कार्यक्रम खत्म होने के बाद जब वे रूम से निकले, तो उसे चक्कर आने लगा। होश आने पर मैं एमजीएम में था। कांड्रा स्थित राजकीयकृत उत्क्रमित उच्च विद्यालय नरेंद्र नगर में गुरुवार को शिक्षक दिवस पर 9वीं, 10वीं के बच्चों ने अलग से कार्यक्रम किया था। उस समय छठी के बच्चों को शामिल नहीं किया। इसके बाद बच्चों ने अलग से कार्यक्रम किया. कार्यक्रम में 25 से 30 बच्चे मौजूद थे। इनमें से 4 बच्चे बेहोश हो गए।