ब्यूरो मुन्ना बक्श न्यूज़ वाणी बांदा। मंगलवार 10 सितंबर 2024 को छात्राओं एवं छात्र नेताओं द्वारा आंदोलन को नई गति देते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय,झांसी के कुलपति एवं राज्यपाल महोदया को अपने रक्त से लिखा हुआ पत्र जिला अधिकारी के माध्यम से भेजने का काम किया छात्र नेता लगातार आंदोलन करने में लगे हुए हैं परंतु कुलपति, प्राचार्य एवं जिला प्रशासन सीट बढ़ाने की कोई जानकारी छात्र छात्राओं पुख्ता दे नहीं रहा है जो छात्र जानकारी करने महाविद्यालय आते है उन्हे पुलिस बुला के डराते है एवं भविष्य खराब करने की धमकी देते हुए महाविद्यालय से बाहर कर दिया जा रहा है ना सीट बढ़ाने की कोशिश कर रहे है ना जानकारी दे रहे है ऊपर से लाठी चलवाने का धमकी दे भगाते हैं जिसकी वीडियो भी मौजद है जबकि पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय बांदा में सीट बढ़ोतरी हेतु मानक पूरा है एवं शिक्षकों की भी पूर्ति है परंतु कुलपति अपने मनमानी में उतारू है सीट नही बढ़ावा रहे रोज के रोज बच्चो झूठा आश्वासन दे के धरने से उठाव देते है ऐसे में छात्र नेताओं और छात्र छात्राओं ने काफी आक्रोश है खून से पत्र लिखने वाले छात्रनेताओं में लव सिन्हा, सुधांशु चौहान,दीपक गुप्ता उदय प्रताप सिंह ,बाबू राम निषाद,योगेंद्र पाल,भूपेंद्र निषाद,रचित गोसौमी,अभिषेक तिवारी में मौजद रहे अपने रक्त निकलवा के रक्त से लिखा हुआ पत्र जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच के कुलपति एवं राज्यपाल ,अपर जिलाधिकारी ,प्राचार्य को प्रतिलिप्त पत्र जिलाधिकारी के माध्यम से पहुंचाने का काम किया छात्र नेता लव सिन्हा ने कहा प्राचार्य एवं कुलपति आपस में सांठगाठ कर छात्राओं को गुमराह करने का काम कर रहे हैं जिस समय निकल जाए और छात्र शिक्षा से वंचित रह जाएं इनको इनके मकसद में कामयाब नहीं होने देंगे सीट बढ़ोतरी के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे छात्र नेता उदय प्रताप ने कहा सीट नहीं बढ़ाई गई तो आमरण अनशन में बैठने के लिए बाध्य होंगे छात्र नेताओं ने ज्ञापन के साथ खून से लिखे पत्र संगलित कर दिए है और अगर किसी छात्र का भी स्वस्थ आंदोलन में खराब होता है तो उनके जिम्मेदार कुलपति एवं प्रशासन होगा *इस मौके पर बुन्देलखण्ड विश्विद्यालय झांसी के छात्र नेता लव सिन्हा ,दीपक गुप्ता,सुधांशु चौहान,बाबू राम निषाद, भूपेंद्र यादव ,योगेंद्र पाल ,उदय प्रताप,अभिषेक तिवारी,रचित गोसौमी,जय सिंह,गगन सागर,विक्की यादव,प्रिंस शिवहरे ,रुद्र यादव आदि सैकड़ों की संख्या में छात्र मजौद रहे।