आगरा में 5 साल के बच्चे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। मामला बरहन थाना क्षेत्र के अमनाबाद, कनराऊ का है। यहां रहने वाले संजय कुमार का 5 साल का बेटा मुन्नू उर्फ मयंक नर्सरी का छात्र था। वह 14 सितंबर की शाम 6:30 बजे घर के बाहर खेल रहा था। मयंक के साथ आस-पड़ोस के और भी बच्चे खेल रहे थे। खेलने के बाद सभी बच्चे अपने-अपने घर चले गए। लेकिन, मयंक अपने घर नहीं पहुंचा।
जब वह घर नहीं आया तो परिजनों ने देर रात तक तलाश की। लेकिन, उसका कहीं कोई सुराग नहीं मिला। पिता ने थाना बरहन पुलिस को सूचना दी। पुलिस गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करते हुए बच्चे की तलाश में जुट गई। रविवार रात पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया। रविवार को एसीपी एत्मादपुर ने सर्विलांस टीम का सहारा लिया। लेकिन, कोई सफलता हाथ नहीं लगी। सोमवार दोपहर मयंक का शव रजवाहे में पड़ा मिला।
सूचना मिलते ही परिवारीजन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। मयंक के शव को रजवाहे से निकालने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। मयंक का एक कान कटा हुआ था। खून निकल रहा था। आंख और चेहरे पर भी चोट के कई निशान हैं। लोगों में चर्चा है कि यह तंत्र-मंत्र के लिए भी हत्या हो सकती है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। मासूम के बाबा और उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
मयंक के पिता संजय किसान हैं। मां गृहिणी हैं। मयंक की दो बड़ी बहने भी हैं। एक 9 साल की साक्षी और दूसरी 7 साल की अनन्या है। पिता संजय ने पड़ोसी सत्यप्रकाश पर हत्या करने का आरोप लगा रहा है। आरोपी कई महीनों से अकेला रह रहा था। मां, पति और बच्चे इसके साथ नहीं रहते थे। फिलहाल सत्यप्रकाश मौके से फरार है। पुलिस ने उसके घर पर ताला लगा दिया है।
पिता संजय ने कहा- पड़ोसी सत्य प्रकाश पेशे से मजदूर है। वह अक्सर शराब पीकर गाली-गलौज करता था, जिसकी वजह से उनकी अक्सर कहासुनी होती थी। फिलहाल, सत्य प्रकाश अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। मयंक का अपहरण क्यों हुआ? उसकी हत्या क्यों और किन परिस्थितियों में कर दी गई, अभी इन सवालों के जवाब नहीं मिल पाए हैं। पुलिस आरोपी की तलाश में लगी हुई है। DCP सोनम कुमार फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे हैं। घटना से जुड़े सभी पहलुओं पर जांच और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।