बाढ़ में डूबे सैकड़ो घर, हजारो लोग हुए बेघर

 

यूपी में नदियां उफान पर हैं। 21 जिलों में बाढ़ से हालात बिगड़ने लगे हैं। चंदौली-ललितपुर में बांधों के गेट खोलने पड़े। चित्रकूट में मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से रामघाट डूब गया है। सड़कों पर पूजा-पाठ हो रही है। प्रयागराज में 10 हजार घरों में पानी भरा है। लोग छतों पर रहने को मजबूर हैं। हाथरस, ललितपुर, मिर्जापुर समेत 10 जिलों में सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। कानपुर में बारिश की वजह से एक कच्चा मकान ढह गया। महिला की मौत हो गई। पति और बेटा घायल हैं। झांसी में भी कच्चा मकान गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।

प्रदेश में बाढ़ से 4 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। यमुना, घाघरा, शारदा, सरयू जैसी नदियां खतरे के निशान को पार कर गईं। वाराणसी में गंगा खतरे के निशान से सिर्फ 44 सेमी दूर हैं। प्रयागराज, मिर्जापुर और इटावा में 8वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। मौसम विभाग ने 42 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। तेज हवाओं के साथ बिजली भी गिरने की संभावना जताई है।

मंगलवार की बात करें तो 26 जिलों में 4.1 MM बारिश हुई। सबसे ज्यादा 74.5 MM बारिश सोनभद्र में हुई। जिले के धंधरौल बांध के सभी 22 गेट खोल दिए गए हैं। रॉबर्ट्सगंज-वाराणसी शक्तिनगर हाईवे पर 3 फीट भरा है। रेणुकोट-बीजापुर मार्ग पर रपटा पुल के ऊपर से नदी का पानी बह रहा है। प्रशासन ने लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा। ललितपुर में माताटीला बांध के 15 गेट खोले गए हैं। इसके चलते आस-पास के इलाकों में पानी भर गया है।

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