अमरावती. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा है कि वाईएसआर कांग्रेस की पिछली सरकार के तहत तिरुपति के लड्डू बनाने के लिए जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था. हालांकि, वाईएस जगन मोहन रेड्डी की अगुवाई वाली पार्टी ने आरोप को खारिज कर दिया है और इसे दुर्भावनापूर्ण करार दिया है.
एनडीए विधायक दल की बैठक को बुधवार को संबोधित करते हुए नायडू, जिनकी तेलुगु देशम पार्टी जून में जन सेना और भाजपा के साथ गठबंधन में आंध्र प्रदेश की सत्ता में आई थी, ने कहा कि जगन रेड्डी सरकार के तहत तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर मंदिर की तरफ से ‘प्रसाद’ के रूप में दिए जाने वाले लड्डू बनाने के लिए जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था. इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर का प्रबंधन तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) करती है.
नायडू ने तेलुगु में कहा, “पिछले 5 सालों में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुमला की पवित्रता को कलंकित किया है. उन्होंने ‘अन्नदानम’ (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया और घी के बजाय पशुओं की चरबी का उपयोग करके पवित्र तिरुमला लड्डू को भी दूषित कर दिया. इस खुलासे ने चिंता पैदा कर दी है. हालांकि, अब हम शुद्ध घी का इस्तेमाल कर रहे हैं. हम टीटीडी की पवित्रता की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं.”
वाईएसआर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने पलटवार करते हुए नायडू पर तिरुमाला मंदिर की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया. रेड्डी ने तेलुगु में एक्स पर लिखा, “चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है. तिरुमला प्रसाद के बारे में उनकी टिप्पणी अत्यंत दुर्भावनापूर्ण है. कोई भी व्यक्ति ऐसे शब्द नहीं बोलेगा या ऐसे आरोप नहीं लगाएगा.”