फतेहपुर। गंगा घाटों और गंगा सरोवर में व्याप्त अव्यवस्थाओं के बावत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अनुष्ठांगिक संगठन गंगा समग्र के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन प्रेषित किया। इस दौरान इन लोगों ने कहा जनपद में नमामि गंगे योजना के अंतर्गत निर्मित चार प्रमुख घाट और दो अन्य पक्के घाटों के अलावा कई अन्य स्नान और श्मशान घाट है। जहां अमावस्या और पूर्णिमा के अलावा अन्य स्नान पर्व में लोगों की काफी भीड़ होती है किंतु इन घाटों में स्वच्छता की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। नमामि गंगे के अंतर्गत बने घाट अपनी सार्थकता पूरी नहीं कर पा रहे हैं। इन लोगों ने कहा कि यहां पर विद्युत कनेक्शन नहीं है तो कहीं पर पानी का काफी अभाव है और शौचालय भी ठीक से संचालित नहीं हो पा रहे हैं इसके साथ ही इन लोगों ने जिलाधिकारी के स्वामित्व में शहर के मध्य शांति नगर में श्री बांके बिहारी मंदिर के बावत कहा कि यहां पर एक विस्तृत सरोवर का जीर्णाेद्धार जन सहयोग से पूर्व जिला अधिकारियों द्वारा करवाया गया था। कई उपयोगी व्यवस्थाओं से उसे सुसज्जित किया गया था किंतु देख रेख के अभाव में वे सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं। इन लोगों ने आरोप लगाया कि सरोवर प्रायरू है बंद ही रहता है। स्वच्छता की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। गंगा सरोवर के चारों तरफ प्रकाश की व्यवस्था कराई गई थी किंतु वर्तमान मेंअंधकार पसरा रहता है। सरोवर के चारों ओर वॉकिंग पाथ के निर्माण की रूपरेखा बनाई गई थी किंतु मात्र 50 मीटर इंटरलॉकिंग के बाद वह काम जस का तस पड़ा है। भजन और संगीत के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र लगवाए गए थे पर अब कभी उनसे ध्वनि और स्वर की एक गूंज सुनाई नहीं देती। वन विभाग और अन्य शैक्षिक संगठनों द्वारा विस्तृत पौधरोपण किया गया था किंतु देखरेख के अभाव में सारे के सारे पौधे नष्ट हो चुके हैं। इसी तरह सरोवर के मध्य वॉटर फाउंटेन लगाए गए थे जो अब कभी नहीं चलते। बच्चों के खेलने के लिए एक पार्क विकसित किया गया था जिसमें कई लाख की लागत से झूले लगवाए गए थे बंद होने के कारण उनका भी बच्चे समुचित उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। इन लोगों ने जिलाधिकारी से कहा की इन समस्याओं का संज्ञान लेकर उनके निवारण के लिए समुचित और त्वरित कार्रवाई करने की मांग किया। इस अवसर पर प्रांत सहसंयोजक रीता सिंह तोमर, जिला संयोजक धीरज राठौर, जिला संयोजिका साधना चैरसिया, गंगा समग्र के विभाग संयोजक कुलदीप सिंह भदोरिया, संजय श्रीवास्तव, प्रांत पर्यावरण प्रमुख कविता रस्तोगी, जिला सहसंयोजक देवनारायण मिश्रा, दिनेश कुमार श्रीवास्तव, सहित तमाम लोग मौजूद रहे।