ब्यूरो मुन्ना बक्श न्यूज़ वाणी बांदा। भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक टी०बी० उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सेन्ट्रल टी०बी० डिवीजन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा जारी सूची के अनुसार राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद की 20 ग्राम पंचायतों को टी०बी० मुक्त ग्राम पंचायत घोषित किया गया है। उक्त टी०बी० मुक्त ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को जिलाधिकारी द्वारा गाँधी जयन्ती के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में महात्मा गाँधी की मूर्ति एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वर्ष 2023 में टी०बी० मुक्त घोषित हुई ग्राम पंचायत खमरखा, बसरेही, इटवां, रेउना, गोखरही, महुई, दोहतरा, पदारथपुर, बम्बिया, सिंघौली, गरौती, भुजौली, छिरौटा, बिछवाही, जमुआ, सिमरिया मिरदहा, लसड़ा, गौरीखुर्द, डाड़ामऊ, मडौलीकला के ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बताया कि सभी ग्राम प्रधान अपने ग्राम पचायत के टी०बी० रोगियों को पूरा इलाज लेने के लिये प्रेरित करें एवं टी०बी० के लक्षणों वाले संभावित रोगियों की टी०बी० की जाँच कराकर टी०बी० पाये जाने की दशा में तत्काल इलाज प्रारम्भ करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पूरे प्रदेश के कुल 73 जनपदों की 1372 ग्राम पंचायतें टी०बी० मुक्त घोषित करने योग्य पाई गई हैं जिनको महात्मा गांधी की मूर्ति एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा० अजय कुमार ने बताया कि टी०बी० मुक्त ग्राम पंचायत से अभिप्राय है कि प्रति 1000 की जनसंख्या पर कोई टी०बी० रोगी न हो तथा यहां पर प्रति 1000 की जनसंख्या पर कम से कम 10 संभावित बलगम रोगियों की जांच प्रति वर्ष कर ली जाये। इसके अतिरिक्त प्रति 1000 की जनसंख्या पर यदि कोई टी०बी० रोगी मिलता है तो उसको निःक्षय पोषण योजना की कम से कम एक किस्त का लाभ मिल जाये, उसकी नैट जाँच हो जाये एवं निःक्षय मित्र द्वारा उसे गोद लिया जाये। इन मापदंडों को पूरा करने वाली ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया जाये जिससे उत्साहित होकर अन्य ग्राम पंचायतों के प्रधानगण भी अपनी ग्राम पंचायत को टी०बी० मुक्त ग्राम पंचायत बनाने का प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट, जिला पंचायत राज अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप जिला क्षय रोग अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक एड्स सहित टी०बी० एवं एच०आई०वी० एड्स कार्यक्रम का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।