ब्यूरो मुन्ना न्यूज़ वाणी बांदा ।विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर मंडलीय चिकित्सालय में एक उपचार हुआ जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव द्वारा की गई। शिविर का उद्घाटन जनपद न्यायाधीश डा बब्बू सारंग एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट बी0 डी 0 गुप्ता द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
जनपद न्यायाधीश महोदय डा बब्बू सारंग ने कहा कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य मानसिक विकारों को रोकना है और यह सुनिश्चित करना है कि जरूरतमंद लोगों को उचित उपचार दिया जाए साथ ही शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ होना है। मानसिक रोग कहीं ना कहीं आत्महत्या का भी एक कारण है इसलिए हम सबको मिलकर मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए ऐसे जागरूकता कार्यक्रम करते रहना चाहिए। सुबह उठकर योग प्राणायाम की क्रिया एवं पारिवारिक सदस्यों के बीच वार्तालाप करते रहना चाहिए। पैरामेडिकल एवं सरस्वती बालिका विद्या मंदिर की छात्राओं से भी जनपद न्यायाधीश महोदय ने संवाद किया तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
न्यायिक मजिस्ट्रेट बी0 डी0 गुप्ता ने बताया कि पूरे दिन में आप अपने लिए समय जरूर निकाले जिसमें आप बैठकर प्राणायाम वह अन्य योगाभ्यास करें साथ ही छात्राओं द्वारा बनाए गए पोस्टर का भी निरीक्षण किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि चुप रहने से नुकसान ही होता है, इस बात को समझना जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को दबाने या छिपाने की कोशिश करने से वे और गंभीर हो सकती हैं। इसलिए कार्यालय में भी मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा करें । मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 एस0डी0 त्रिपाठी ने कहा किविश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस हर साल 10 अक्टूबर को दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य पर प्रकाश डालने, मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करने वाले लोगों का समर्थन करने के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है।