मध्य प्रदेश के जबलपुर में पुलिस ने एक मानव तस्करी रैकेट का खुलासा किया है, जो एक नाबालिग लड़की की तलाश के दौरान सामने आया. लड़की ने अपने प्रेमी से मिलने के लिए घर से भागकर टीकमगढ़ के एक व्यक्ति को 95 हजार रुपये में बेच दी गई थी. पुलिस की जांच में पता चला कि यह गिरोह पहले भी कई लड़कियों को अगवा कर बेच चुका है. अब तक पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बताया कि, यह नाबालिग लड़की पहले भी अपने प्रेमी राहुल के साथ भाग चुकी थी. उस समय, लड़की के पिता की शिकायत पर राहुल को गिरफ्तार कर लिया गया था. जेल से रिहा होने के बाद राहुल ने लड़की से संपर्क करना बंद कर दिया. लगभग एक महीने बाद, 12 सितंबर को लड़की फिर से राहुल से मिलने के लिए घर से भाग गई. भेड़ाघाट पहुंचने पर उसने राहुल के दोस्त राजा को फोन किया, लेकिन राजा ने कहा कि राहुल डर गया है और उसका फोन बंद है. जब लड़की ने कहा कि वह अपने घर नहीं लौट सकती, तो आरोपी राजा ने उसे शरण देते हुए मानव तस्करी रैकेट के सदस्यों शशि और पूरन को सौंप दिया.
लड़की ने बताया कि 21 सितंबर को उसने शशि और पूरन के साथ एक अधेड़ व्यक्ति को देखा, जो उसे देखने आया था. उसी रात, उसने शशि को अपने पति पूरन, सूरज, और राजा से बात करते सुना, जिसमें शशि कह रही थी कि टीकमगढ़ का एक आदमी उसे खरीदने के लिए तैयार है. यह सुनकर लड़की भागने की योजना बनाने लगी, लेकिन सफल नहीं हो पाई. अंततः 22 सितंबर को, गांव के मंदिर में शशि, पूरन, सूरज, और राजा ने उसकी जबरन शादी टीकमगढ़ निवासी प्रकाश के साथ कर दी. इस बीच पुलिस के अनुसार, प्रकाश ने इस लड़की को 95 हजार रुपए में खरीदा था. वहीं लड़की ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने अब तक 15 से अधिक लड़कियों को अगवा कर उनका सौदा किया है.
पीड़िता के मुताबिक आरोपी प्रकाश ने शराब के नशे में उसके साथ 35 बार रेप किया. इसी दौरान एक बार रेप करने के बाद जब आरोपी सो गया तो उसने उसके ही फोन से अपने पिता को फोन किया और पूरा घटनाक्रम बताया. इसके बाद लड़की के पिता ने पुलिस की मदद से उसे आजाद करवाया. इस मामले में पुलिस ने अब तक प्रकाश के साथ शशि, पूरन, राजा और सूरज को अरेस्ट कर लिया है.