काली विसर्जन यात्रा में आपत्तिजनक सॉन्ग और भगवा झंडा: पुलिस अलर्ट

 

बिहार के भागलपुर में काली प्रतिमाओं की विसर्जन यात्रा के दौरान अराजकतत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. विसर्जन यात्रा में शामिल एक युवक ने हाथ में भगवा झंडा लेकर दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थल के सामने चढ़कर लहरा दिया. उसकी वीडियो बना अभद्र गाना लगाकर वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होने पर दूसरे समुदाय के लोग भड़क गए. उन्होंने इसका विरोध करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की. घटना से गुस्साए लोग विसर्जन यात्रा मार्ग पर हंगामा करने लगे. इस बीच दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए. घटना के बाद मौके पर भारी पुलिस फोर्स पहुंच गया. माहौल तनावपूर्ण होता देख पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. उन्होंने हंगामा कर रहे लोगों को समझाया और आरोपियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया. उसके बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग वहां से हटे. रविवार की सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच साहिबगंज की प्रतिमा का विसर्जन कराया गया. फिलहाल इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण है.

मौके पर भारी संख्या में एसएसबी के जवान और स्थानीय पुलिस बल तैनात है. विसर्जन यात्रा में पुलिस फोर्स भी मौजूद था, बाबजूद इसके युवक ने बिना किसी खौफ के ऐसी हरकत को अंजाम दिया. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है. शनिवार की रात भागलपुर के विश्विद्यालय थाना क्षेत्र अंतर्गत साहेबगंज में काली प्रतिमाओं की विसर्जन यात्रा निकल रही थी. इसी बीच यात्रा में शामिल एक युवक मस्जिद के सामने चढ़ गया और भगवा झंडा लहराने लगा. लोगों ने इसकी वीडियो बनाकर वायरल कर दी. एक वायरल वीडियो में बेहद अभद्र गाना लगा हुआ था. उसमें संदीप आचार्य नाम का जिक्र था. वायरल वीडियो में युवक मस्जिद के सामने किसी दीवार पर खड़ा होकर भगवान हनुमान की छवि वाला भगवा झंडा लहरा रहा है. वहीं नीचे खड़ी भीड़ उसका उत्साह वर्धन कर रही है. विसर्जन यात्रा में पुलिस बल भी मौजूद था. घटना के बाद दूसरे पक्ष के लोग आक्रोशित हो गए.

वह आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. उसको लेकर वह विसर्जन मार्ग पर उतरकर हंगामा करने लगे, जिससे दोनों पक्षों में तनावपूर्ण माहौल उत्पन्न हो गया. घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और शांति समिति के लोगों ने त्वरित मोर्चा संभलाते हुए लोगों को समझा बुझाकर विसर्जन मार्ग से हटाया. इधर वायरल वीडियो को लोगों ने ‘मस्जिद पर झंडा फहराया’ लिखकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. हालांकि, प्रशासन ने कार्रवाई का भरोसा लोगों को दिया है. साथ ही वीडियो वायरल कर अफवाह नहीं फैलाने की भी अपील की है. भागलपुर अतिसंवेदनशील जिले में शामिल है. यहां 1989 में दो गुटों में हिंसा फैल गई थी, जिसमें एक हजार से अधिक लोग मारे गए थे. लोगों ने मांग की है कि पुलिस को माहौल बिगाड़ने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे शहर की शांत फिजा कायम रहे.

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